Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह हेडलाइंस नहीं बल्कि डेडलाइंस पर काम करने वाले इंसान हैं. शनिवार (16 अप्रैल, 2024) को लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखें आने के बाद शाम को उन्होंने यह भी बताया कि वह साल 2047 के विकसित भारत के लिए काम कर रहे हैं. पीएम मोदी की यह टिप्पणी मीडिया समूह इंडिया टुडे के कॉन्क्लेव में ग्रुप के चेयरमैन अरुण पुरी के बयान पर आई. 'रीडिफाइनिंग भारत' नाम के सेशन में नरेंद्र मोदी ने कहा- मेरी नजरें साल 2029 के चुनाव पर नहीं बल्कि वे तो साल 2047 के भारत पर हैं. मैं 2047 के लिए लगा हुआ हूं. 


स्पीच के दौरान पीएम मोदी ने कहा, "देश के जिन गांवों को लास्ट विलेज (अंतिम गांव) कहा जाता था, मैंने उन्हें पहले गांव कहा. अगर वे पूर्व में है तो सूरज की पहली किरण वहीं आती है और पश्चिमी हिस्से में हैं तो आखिरी किरण वहां सलाम कर के जाती है. मैंने अमीरों की गरीबी देखी है और गरीबों की अमीरी भी देखी है." 


कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने यह भी बताया- मैं दावे से कह सकता हूं कि पहले की सरकारों में आपने 'ईज ऑफ लिविंग' जैसे शब्द तक सुने नहीं होंगे. जब उन सरकारों की सोच ऐसी नहीं थी, तब वे इस पर कैसे ध्यान देतीं. पहले जो शक्तिशाली और सक्षम थे, वे सुविधाओं के हकदार बन गए. कुछ भी कर के वे सुविधाएं हासिल कर लेते थे और इस वजह से बीच में देश का सामान्य नागरिक पिसता था. 


पीएम मोदी के मुताबिक, "लोगों के जीवन में सरकार का दबाव और अभाव नहीं होना चाहिए. हालांकि, सरकार की जहां जरूरत है, उसे वहां होना चाहिए पर आए दिन सरकार को टांग भी नहीं अड़ानी चाहिए. हमारा साल 2047 का मिशन हमारा पूरा हुआ तब मैं सरकार को खत्म कर दूंगा. सामान्य आदमी की जिंदगी में सरकार होनी ही नहीं चाहिए. उन्हें सपनों को साकार करने के लिए खुला आसमान छोड़ देना चाहिए."