मुंबईः मुंबई का धारावी एशिया की सबसे बड़ी स्लम के रूप में जाना जाता है. एक समय कोरोना का हॉटस्पॉट रहे धारावी में बुधवार को तीन नए कोविड मामले सामने आए हैं, जो 11 फरवरी के बाद से सबसे कम केस हैं. बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के अनुसार, धारावी में पिछले साल कोरोना के आउटब्रेक के बाद से 6,798 मामले सामने आए हैं.


इनमें से करीब 36 फीसदी (2,500) मामले इस साल मार्च और अप्रैल में सामने आए. फरवरी के मध्य में दूसरी लहर शुरू होने के बाद धारावी में डेली लगभग10 मामले सामने आए. मार्च में  यहां प्रतिदिन औसतन 50 मामले थे और 23 मार्च तक वनिता समाज हॉल में 250 बेड का क्वारंटीन सेंटर भर गया था, जब एक्टिव केसलोड 180 तक पहुंच गया था.


घारावी में 8 अप्रैल को एक दिन के सबसे ज्यादा 99 मामले सामने आए.1 मई को धारावी में 947 एक्टिव केस थे. आंकड़ो के अनुसार, बुधवार के 62 एक्टिव केस थे. इस बार बीएमसी की रणनीति बताते हुए बीएमसी के सहायक नगर आयुक्त (जी नॉर्थ वार्ड) किरण दिघवकर ने कहा "हमने पिछले साल का 'धारावी मॉडल'  स्क्रीन, टेस्ट और आइसोलेट को अपनाया."


धारावी में 8.5-10 लाख की आबादी
धारावी में अनुमानित 8.5-10 लाख लोग रहते हैं, जिसमें लगभग 40 प्रतिशत प्रवासी श्रमिक हैं और कई 10×10-फीट के कमरे में रहते हैं. ऐसे में यह अधिकारियों के सामने सोशल डिस्टेंसिंग और  आइसोलेशन के मामले में एक कठिन चुनौती होती है. पहली लहर के दौरान धारावी ने दैनिक मामलों की संख्या को सफलतापूर्वक नियंत्रित करने में कामयाबी हासिल की, जो सितंबर 2020 के बाद 30 से कम हुई और जिसमें पिछले साल दिसंबर से इस साल फरवरी तक  छह बार 24 घंटे की अवधि में कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया. 


मुंबई में भी दैनिक मामलों में आ रही है गिरावट
अधिकारियों ने कहा कि हालांकि  बीएमसी वार्ड अधिकारियों ने यहां फीवर क्लीनिक बंद नहीं किया, जिससे लोगों की जांच और उन्हें आइसोलेट करने में मदद मिली. फरवरी के अंत तक  बीएमसी ने क्षेत्र के पांच केंद्रों पर टेस्ट करना शुरू कर दिया, जिसमें मोबाइल टेस्टिंग वैन को संकरी गलियों को कवर करने के लिए तैनात किया गया था. 
 
10 मई से धारावी में डेली मामलों में कमी आ रही   है. यह पूरे मुंबई में दैनिक मामलों में गिरावट के अनुरूप है, जहां दैनिक मामलों की संख्या फरवरी तक एक हजार से अधिक थी  और मार्च और अप्रैल में तेजी से बढ़ी. 18 मई को मुंबई का डेली केसलोड 2 मार्च के बाद पहली बार 1000 से कम पर आया. बुधवार को मुंबई में 1352 मामले सामने आए जिससे कुल मामलों की संख्या बढ़कर 7 लाख से ज्यादा हो गई.


यह भी पढ़ें
 फाइजर ने केंद्र सरकार से कहा- उसका कोरोना टीका 12 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिये उपयुक्त


IT मंत्रालय ने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को नोटिस भेजकर पूछा- क्यों नहीं किया नियम का पालन?