Mumbai Police: मुंबई पुलिस ने 20 साल पुरानी एक मर्डर मिस्ट्री सुलझा ली है. साल 2003 में मुंबई के सांताक्रुज पुलिस स्टेशन में एक कपड़ा व्यापारी की हत्या का मामला दर्ज किया गया था. अब 20 वर्षों की लंबी जांच पड़ताल के बाद आखिरकार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.


दरअसल, 2003 में आपसी बहस के चलते कपड़ा व्यापारी दीपक राठौड़ की हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप दीपक के ही साथी रूपेश पर लगा था. वारदात के बाद आरोपी रूपेश फरार हो गया था. फरार आरोपी कई राज्यों में अपनी पहचान बदलकर रह रहा था. इस बीच आरोपी ने अपने नकली नाम के साथ आधार कार्ड भी बनवा लिया था.


दिल्ली से मुंबई आया आरोपी


पकड़ा गया आरोपी रूपेश मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है. दो दशक पहले वह कपड़ा व्यापारी के साथ दिल्ली से मुंबई व्यापार के सिलसिले में आया था, लेकिन एक दिन खाने के वक्त दोनों में किसी बात को लेकर बहस हो गई. इसके बाद आरोपी ने कथित तौर पर मृतक पर चाकू से हमला कर दिया और उसकी जान ले ली. 


हत्या के समय 22 साल का था आरोपी


वारदात को जब अंजाम दिया गया उस समय आरोपी की उम्र 22 साल थी. हत्या के बाद आरोपी एक लाख 30 हजार की रकम लेकर भी फरार हो गया था. फरार आरोपी दिल्ली, गुजरात आदि जगहों पर टूरिस्ट गाइड से लेकर ऑटो ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था.


लगातार 20 वर्षों से चली आ रही जांच पड़ताल के बाद आखिरकार मुंबई पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल आरोपी को 6 जून तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया है. इससे पहले भी पुलिस 14 से 15 बार आरोपी के काफी करीब पहुंच चुकी थी, लेकिन वह हर बार पुलिस को चकमा देकर भाग निकलता था. पुलिस ने जानकारी दी कि आरोपी के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने भी आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.


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