Mumbai: दिल्ली के बाद अब मुंबई में भी डॉक्टरों ने अस्पतालों में स्टाफ बढ़ाने की मांग शुरू कर दी है. वजह है कोरोना के लगातार बढ़ते मामले. मुंबई के जेजे अस्पताल में प्रैक्टिस करने वाले तमाम रेजिडेंट डॉक्टरों ने गुरुवार को हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने मांग की कि जिस तरह से कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं उसके मुताबिक सरकार अस्पतालों में चिकित्सकों की व्यवस्था नहीं कर रही है. डॉक्टरों का कहना था कि स्टाफ की कमी भविष्य में मरीजो और अस्पतालों के लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकती है. 


क्या तीसरी लहर से डर रहे हैं डॉक्टर?


मुंबई के जेजे अस्पताल में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर में हमने अस्पतालों के अंदर डॉक्टरों की भारी कमी देखी थी जिसकी वजह से कोरोना के मरीजों का इलाज करने में बहुत दिक्कतें आई थी. अब करोना की तीसरी लहर दस्तक दे रही है और लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में सरकार को समय पर उचित कदम उठाने की जरूरत है. करीब 5000 डॉक्टर जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में ज्वाइन कराने की जरूरत है ताकि हम कोरोना की तीसरी लहर से लड़ सके. दिल्ली में जिस तरह से हमारे डॉक्टर साथी लड़ाई लड़ रहे हैं हम उनके साथ हैं. उनके साथ जिस तरह से मारपीट की गई उसका विरोध करते हैं. अगर ऐसे होता रहा तो फिर डॉक्टर मरीजों का इलाज कैसे करेंगे?


अस्पतालों में नए डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग


जेजे अस्पताल के प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में हमने देखा था कि करीब 2 लाख मामले 1 दिन में आने की शुरुआत हुई थी. अनुमान लगाया जा रहा है कि तीसरी लहर में करीब 14 लाख मामले 1 दिन में आ सकते हैं जो कि बहुत ही भयावह हो सकते हैं. ऐसे में अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी रही तो फिर अस्पतालों का मंजर कुछ और ही होगा. इसलिए सरकार को समय पर ज्यादा डॉक्टर की तैनाती करने की जरूरत है. डॉक्टरों का कहना था कि उन्हें मजबूरी में ये आवाज उठानी पड़ रही है.


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