Mumbai Pollution: देश की राजधानी दिल्ली के प्रदूषण की स्थिति तो लगातार बदतर होती ही जा रही है, लेकिन क्या आपको आर्थिक राजधानी मुंबई के पॉल्यूशन के बारे में पता है? एक रिपोर्ट में सामने आया है कि पिछले पांच सालों में मुंबई में प्रदूषण दोगुना हो गया है. वहीं बीसीसीआई ने दिल्ली और मुंबई में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण इन दोनों शहरों में विश्व कप मैचों के दौरान आतिशबाजी पर रोक लगा दी है. 


क्लाइमेट-टेक स्टार्ट-अप रेस्पिरर लिविंग साइंसेज ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता में सबसे ज्यादा प्रदूषण के लिए प्रयुक्त यानी पार्टिकुलेट मैटर 2.5 (PM2.5) में बढ़ोतरी देखी जा रही है. रिपोर्ट में सामने आया है कि मुंबई में वायु प्रदूषण पिछले पांच सालों में लगभग दोगुना हो गया है. मुंबई में PM2.5 2019 और 2020 के बीच 54.2 प्रतिशत था जिसके बाद 2021 में 3 प्रतिशत और 2022 में 0.9 प्रतिशत की मामूली गिरावट देखी गई. इसके बाद 2023 में फिर से 42.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई. 


क्या है मुंबई में बढ़ते प्रदूषण की वजह? 


हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें बताया गया था कि मुंबई में बढ़ते प्रदूषण की कई बड़ी वजहें हैं. इसमें प्रदूषण के कारणों के बारे में बताते हुए IIT कानपुर के प्रोफेसर और वायु प्रदूषण मामलों के जानकार एस एन त्रिपाठी ने बताया था कि मुंबई में बढ़ते प्रदूषण का कारण, यातायात भीड़, आर्थिक गतिविधियां, कंस्ट्रक्शन, अधिक निर्माण, खपत और उत्सर्जन है. इसके अलावा बिजली क्षेत्र, कूड़ा जलाना मुंबई के आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण का कारण बन रहा है. 


बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा कि बोर्ड पर्यावरण से जुड़े मसलों को लेकर काफी संवेदनशील है. हमने आईसीसी से बात की है और मुंबई में कोई आतिशबाजी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि बोर्ड हमेशा प्रशंसकों और हितधारकों के हित को सर्वोपरि रखता है. मुंबई और दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है. हम चाहते हैं कि विश्व कप का जश्न त्योहार की तरह मनाया जाये लेकिन स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर अपनी प्राथमिकता से हम हट नहीं सकते. 


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