Mukul Goel Removed: मुकुल गोयल की यूपी के डीजीपी पद से छुट्टी हो गई है. ये तब हुआ जब वे छुट्टी पर थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस फ़ैसले ने सबको चौंका दिया है. आख़िर गोयल को क्यों हटाया गया? सरकार की तरफ़ से एक बयान जारी किया गया है. पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल को शासकीय कार्यों की अवहेलना करने, विभागीय कार्यों में रुचि न लेने एवं अकर्मण्यता के चलते DGP पद से मुक्त करते हुए डीजी नागरिक सुरक्षा  के पद पर भेजा गया पिछले ही साल जुलाई के महीने में उन्हें यूपी पुलिस का चीफ़ बनाया गया था.


साल 1987 बैच के आईपीएस अफ़सर मुकुल गोयल की जगह नया डीजीपी कौन होगा? ये अभी तय नहीं है. तब तक के लिए एडीजी क़ानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को डीजीपी का चार्ज सभालने को कहा गया है. नए डीजीपी की रेस में तीन अधिकारियों का नाम चल रहा है. आनंद कुमार, आर के विश्वकर्मा और डी एस चौहान. तीनों ही अफ़सर 1988 बैच के हैं. 


सीएम योगी डीजीपी मुकुल गोयल को नहीं पसंद करते थे
ये बात किसी से छिपी नहीं है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ डीजीपी के तौर पर मुकुल गोयल को पसंद नहीं करते थे. कई बैठकों में योगी उन्हें सार्वजनिक रूप से डांट फटकार चुके थे. लेकिन बात तब बढ़ गई जब एक महत्वपूर्ण बैठक में सीएम ने मुकुल गोयल को बुलाया ही नहीं. जबकि वे अपने ऑफिस में बैठे थे. दोबारा यूपी का सीएम बनने के बाद योगी ने सभी सीनियर आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की मीटिंग बुलाई थी. एजेंडा क़ानून व्यवस्था का था. इस बैठक में अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी से लेकर डीआईजी रैंक के अधिकारी मौजूद रहे. पर डीजीपी को ही नहीं बुलाया गया. उसके बाद से ही इस बात की चर्चा थी कि गोयल की कुर्सी अब नहीं बचेगी आख़िरकार ऐसा ही हुआ.


पहली बार मुकुल गोयल तब विवादों में आए जब डीजीपी बनने के कुछ ही दिनों बाद उन्होंने लखनऊ में हज़रतगंज के थानेदार को सस्पेंड कर दिया था. लेकिन उनके इस फ़ैसले को मुख्यमंत्री ने कौंसिल कर दिया. गोयल अपनी पसंद के एक इंस्पेक्टर को थानेदार बनवाना चाहते थे लेकिन लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डी के ठाकुर ने मना कर दिया था. बाद में ये बात मुख्यमंत्री तक पहुंच गई. फिर उन्होंने एक बैठक में ही मुकुल गोयल की तरफ़ देखते हुए कह दिया कि डीजीपी और सीएम ऑफिस को थानेदारों की पोस्टिंग से दूर रहना चाहिए. 


मायावती ने भी गोयल को निलंबित किया था
गोयल को डीजीपी से हटा कर डीजी नागरिक सुरक्षा दिया गया है. इससे पहले भी वे विवादों में रह चुके हैं. मुख्यमंत्री रहते हुए मायावती ने पुलिस भर्ती घोटाले में शामिल रहने के आरोप में उन्हें निलंबित कर दिया था. मुज़फ़्फ़रनगर के रहने वाले मुकुल गोयल आईआईटी दिल्ली से बीटेक पास है. उन्होंने एमबीए की डिग्री भी ली है. वे वाराणसी, गोरखपुर और मेरठ जैसे महत्वपूर्ण ज़िलों के एसएसपी भी रह चुके हैं. केंद्र में पोस्टिंग के दौरान गोयल आईटीबीपी, एनडीआरएफ, और बीएसएफ़ में भी काम कर चुके हैं


यह भी पढ़ेंः
BMC ने राणा दंपत्ति को भेजा कारण बताओ नोटिस, 7 दिनों के भीतर मांगा जवाब


Jharkhand Politics: झारखंड सरकार में कांग्रेस विधायक नाराज, 14 मई को करेंगे आलाकमान से मुलाकात