Congress Chintan Shivir 2022: कांग्रेस के उदयपुर चिंतन शिविर में पार्टी अध्यक्ष को लेकर चर्चा नहीं होगी. हालांकि इस दौरान राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनाए जाने की गूंज जरूर सुनाई देगी. बड़ी जानकारी यह सामने आई है कि राहुल गांधी पार्टी की कमान दोबारा संभालने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि संगठन चुनाव की प्रक्रिया जारी है. इसलिए चिंतन शिविर में अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा नहीं होगी और राहुल भी पूरी प्रक्रिया के साथ ही पद पर दोबारा लौटना चाहते हैं.


कांग्रेस के उच्च सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद मार्च में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अधीर रंजन चौधरी ने राहुल गांधी से अध्यक्ष बनने का आग्रह किया, जिसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि वो इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. उदयपुर चिंतन शिविर को लेकर सोमवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भी दो नेताओं ने राहुल को पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग की थी.


कांग्रेस में संगठन चुनाव की निर्धारित प्रक्रिया के तहत अगस्त-सितंबर में नए पार्टी अध्यक्ष का चुनाव होना है. संकेत यही हैं कि चुनावी प्रक्रिया से राहुल गांधी दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष बन सकते हैं. हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या राहुल गांधी के सामने कोई उम्मीदवार खड़ा होता है या नहीं.


2017 के अंत में कांग्रेस अध्यक्ष बने राहुल गांधी ने 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की एक और करारी हार के बाद इस्तीफा दे दिया था. तभी से उन्हें मनाने की कई कोशिशें हो चुकी हैं. अपने इस्तीफे के समय राहुल गांधी ने कहा था कि गांधी परिवार के बाहर के किसी नेता को पार्टी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए. हालांकि कांग्रेस नेताओं की राय इससे उलट है. इसी वजह से राहुल की जगह एकबार फिर कमान सोनिया गांधी को सौंपी गई जो अब तक जिम्मेदारी संभाल रही हैं.


हालांकि राहुल गांधी पर आरोप लगता है कि पर्दे के पीछे से वही सारे अहम फैसले लेते हैं. कांग्रेस नेतृत्व को लेकर उहापोह के कारण अगस्त 2020 में कांग्रेस के कई असन्तुष्ट नेताओं (जी-23) ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में बड़े बदलावों की मांग की थी. माना गया कि इस चिट्ठी का निशाना मूलरूप से राहुल गांधी थे. इस बीच कांग्रेस कार्यसमिति की तमाम बैठकों में नेता राहुल गांधी से दोबारा कमान संभालने का आग्रह करते रहे हैं. लेकिन राहुल गांधी ने अपना इरादा नहीं बदला.


लेकिन कांग्रेस सूत्रों के ताजा दावे का यही मतलब निकाला जा रहा है कि राहुल गांधी ने अपना मन बदल लिया है और वो दोबारा पार्टी अध्यक्ष बनने को तैयार हो गए हैं. हालांकि इसकी पुष्टि के लिए आधिकारिक एलान का इंतजार करना होगा. बीच में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के कयास भी लग चुके हैं.


सूत्रों की मानें तो पार्टी में कुछ नेताओं की राय है कि सोनिया गांधी 2024 लोकसभा चुनाव तक पार्टी का नेतृत्व करती रहें तो वहीं एक धड़ा प्रियंका गांधी को अध्यक्ष के रूप में देखना चाहता है. कुल मिलाकर संकेत यही हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर गांधी परिवार ही विराजमान रहेगा.


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