Modi Govt Cabinet Expansion: मोदी सरकार (Modi Government) के दूसरे केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की सुगबुगाहट तेज हो गई है. सूत्रों के मुताबिक, अगले महीने बजट सत्र के बाद कभी भी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. ये मंत्रिमंडल विस्तार 2023 में होने वाले 9 राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2023) और 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) को ध्यान में रख कर किया जाएगा. साथ ही एनडीए के सहयोगी दलों की सहभागिता भी बढ़ाई जा सकती है.


सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिमंडल विस्तार में बिहार से चिराग पासवान, महाराष्ट्र से शिवसेना (शिंदे गुट) और तमिलनाडु से एआईडीएमके को मोदी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. साथ ही इस साल चुनाव वाले राज्यों के सांसदों का मंत्रिमंडल में कोटा बढ़ाया जा सकता है. वहीं, कुछ पुराने मंत्रियों की कुर्सी जाने के आसार हैं.


केंद्रीय मंत्रिमंडल में होगा विस्तार
गौरतलब है कि वर्ष 2019 में दूसरी बार केंद्र में सरकार बनने के बाद से अब तक मोदी मंत्रिमंडल में केवल एक बार मंत्रिमंडल विस्तार किया गया था. 7 जुलाई 2021 को बड़े पैमाने पर पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया था. जिसमें कई मंत्रियों के विभाग में या तो परिवर्तन कर दिया था या फिर उनका कद कम कर दिया था. कई अप्रत्याशित नामों को मंत्रिमंडल में शामिल कर नरेंद्र मोदी ने सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरण साधने की कोशिश की. जिसका पिछले विधानसभा चुनाव में लाभ भी देखने को मिला था.


यूपी-गुजरात में हुई थी बड़ी जीत
बीजेपी ने 2022 में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, गुजरात और मणिपुर का विधानसभा चुनाव जीतकर जबरदस्त वापसी की. अब इसी साल यानी 2023 में 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. जिसमें मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और तेलांगना प्रमुख हैं. आशंका जताई जा रही हैं कि इन चुनावी राज्यों के सांसदों का मंत्रिमंडल में कोटा बढ़ाया जा सकता है. साथ ही कुछ पुराने मंत्रियों की छुट्टी करने की भी तैयारी है.


माना जा रहा है कि सरकार में शामिल मंत्रियों के काम-काज की समीक्षा रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है. जिसके आधार पर कई राज्यमंत्रियों को संगठन में भेजने की तैयारी है, जबकि कई बड़े केबिनेट मंत्रियों के विभागों में बड़े स्तर पर बदलाव किए जाने की संभावना है.


सरकार में NDA के सहयोगी दलों का कुनबा बढ़ेगा
मोदी सरकार 2.0 के दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार में इस बार NDA का कुनबा बढ़ाया जाना तय माना जा रहा है. बिहार में लोकसभा चुनाव में स्थिति को देखते हुए और सामाजिक समीकरण सेट करने के लिए बीजेपी की नजर पासवान वोटों पर है. वोट बटें न इसके लिए चिराग पासवान को कैबिनेट में शामिल किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है. इसी तरह महाराष्ट्र में ठाकरे से अलग होकर शिवसेना (शिंदे गुट) ने बीजेपी के साथ सरकार बनाई है. माना जा रहा है एनडीए का घटकदल होने के नाते इन्हें भी सरकार में शामिल किया जा सकता है. तमिलनाडु से एआईडीएमके को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.


चुनाव से पहले इन राज्यों को मिलेगी भागीदारी
सूत्रों के मुताबिक, कर्नाटक, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना से कुछ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. जबकि कुछ मंत्रियों को संगठन में भी भेजने की तैयारी की जा रही है. कुछ वरिष्ठ मंत्रियों की भूमिकाओं में भी बदलाव किए जाने की तैयारी चल रही है. इसको अमल में लाने के लिए संगठन में अंदर-खाने चर्चा चल रही है.


प्रधानमंत्री आवास पर हुई थी बैठक
सूत्रों की मानें तो बीती 9 जनवरी को प्रधानमंत्री आवास पर इसी कड़ी में एक बड़ी बैठक पीएम मोदी ने बुलाई थी. जिसमें दो वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों के अलावा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए थे. ठीक उसके दूसरे दिन यानी 10 जनवरी को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने महासचिवों के साथ बैठक की थी. एक के बाद एक ऐसी कड़ियां 2024 की तस्वीर को साफ करती नजर आ रही हैं.


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