हालांकि मुआवजे को लेकर अब भी सरकार और अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना के बीच बातचीत जारी है लेकिन कंपनी ने जनवरी 2022 से भारत में बूस्टर शॉट वाली वैक्सीन देने का ऑफर किया है. जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी भी भारत सरकार से मुआवजे में छूट को लेकर बातचीत कर रही है. अगर दोनों की बातचीत सफल हो जाती है, तो अगले साल की शुरुआत से ही दोनों कंपनियों की वैक्सीन देश में मिलने लगेगी.


अमेरिका से 20 करोड़ डोज वैक्सीन मिलेगी
फिलहाल अमेरिका से 20 करोड़ डोज वैक्सीन खरीद पर बातचीत चल रही है. इनमें फाइजर की 5 करोड़ डोज वैक्सीन और जॉनसन एंड जॉनसन की 7 करोड़ वैक्सीन भी शामिल है. चूंकि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन सिंगल डोज वाली है इसलिए इतनी वैक्सीन से 14 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग सकती है. इसके अलावा मॉडर्ना से 5 करोड़ वैक्सीन खरीद की भी बातचीत चल रही है. टीओई में छपी खबर के मुताबिक भारत सरकार ने इस वित्त वर्ष में 45 से 50 हजार करोड़ का बजट वैक्सीन के लिए आवंटित किया है. चूंकि अमेरिकी कंपनियों से वैक्सीन खरीद को लेकर जो बातचीत चल रही है, वे सब अगले साल से भारत आएंगी, इसलिए वर्तमान बजट पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा.


वैक्सीन की पहली खेप जल्द आ सकती है भारत 
हाल ही में अमेरिका ने 8 करोड़ वैक्सीन भेजने का विचार दिया था. यदि ये वैक्सीन जल्दी मिल जाए तो इसका इस्तेमाल देश में किया जा सकता है क्योंकि देशी कंपनियों में अगस्त महीने से वैक्सीन निर्माण में तेजी आने की संभावना है. यानी अगस्त के बाद देसी वैक्सीन की भी उतनी किल्लत नहीं होगी जितनी अभी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अमेरिका ने 2.5 करोड़ वैक्सीन भारत को दान में देने की बात कही है. हम इंतजार कर रहे हैं कि पहली खेप के तहत अमेरिका वैक्सीन की कितनी डोज भेज रही. अगर वह जल्दी भेज देती, तो हम इसे तत्काल इस्तेमाल कर सकेंगे. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक अमेरिका जो वैक्सीन भेज रहा, वे मॉडर्ना, फाइजर या जॉनसन एंड जॉनसन की होंगी. 


 


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