Millets Food In Forces: गृह मंत्रालय ने बुधवार (03 मई) को केंद्रीय सशस्त्र बलों (सीएपीएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों के खाने में बाजरा शामिल करने का फैसला किया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आह्वान पर सभी बलों ने विस्तृत चर्चा करने के बाद 30 प्रतिशत बाजरा (श्री अन्ना) शामिल करने का फैसला लिया.


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष-2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इसे महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. इससे पहले गृह मंत्रालय ने सभी बलों को बाजरा आधारित मेन्यू शुरू करने के लिए कहा था. गृह मंत्रालय ने बयान में कहा, “सभी बलों ने जबरदस्त प्रतिक्रिया दिखाई है और नियमित रूप से भोजन में बाजरा शामिल करने के लिए उत्सुक हैं. सीएपीएफ और एनडीआरएफ के अलग-अलग कामों और कार्यक्रमों में बाजरा व्यापक रूप से उपयोग किया जाएगा.”


राशन दुकानों पर उपलब्ध कराया जाएगा बाजरा


इस बयान में आगे कहा गया है, “केन्द्रीय पुलिस कल्याण भंडार, परिसरों की किराना दुकानों और राशन की दुकानों में समर्पित काउंटर और कॉर्नर स्थापित करके बाजरा भी उपलब्ध कराया जाएगा.” इसके साथ ही प्रतिष्ठित संस्थानों के जरिए बाजरा आधारित व्यंजन तैयार करने के लिए रसोइयों की ट्रेनिंग का आयोजन भी किया जाएगा. मोटे अनाज के उपयोग के लिए सैनिकों और उनके परिवार के सदस्यों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए आहार विशेषज्ञों और विशेषज्ञ एजेंसियों की सेवाओं का उपयोग किया जाएगा.






‘अपने बाजरा को जानें’ पर कार्यक्रमों का आयोजन


इसके अलावा, अपने बाजरा को जानें पर अलग-अलग कार्यक्रमों, प्रदर्शनियों, सेमिनारों, वेबिनारों, कार्यशालाओं और संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा. संयुक्त राष्ट्र ने बाजरा के महत्व को पहचानते हुए भारत सरकार के कहने पर 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किया है. इससे लोगों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के साथ-साथ घरेलू और वैश्विक मांग पैदा होगी.  


ये भी पढ़ें: Millets Cultivation: 8 लाख किसानों को बाजरा के हाइब्रिड बीज देने जा रही ये सरकार, देखें लिस्ट में आपका नाम है या नहीं.