Mehbooba Mufti On BJP: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार (26 फरवरी, 2024) को बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अपने आलोचकों को तंग करने के लिए  उनकी भारत यात्रा पर बैन लगा रही है. ये कानून के मुताबिक नहीं है. 


पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ''बीजेपी अपने आलोचकों को परेशान करने और दंडित करने के लिए बेशर्मी से पासपोर्ट को हथियार बना रही है. ओसीआई कार्ड रद्द कर रही है और अवैध यात्रा प्रतिबंध लगा रही है.


उन्होंने आगे कहा, ''आतिश तासीर, अशोक स्वैन और अब निताशा कौल के साथ ऐसा किया गया. ऐसे में कष्टदायक अनुभव से गुजरी निताशा कौल के साथ एकजुटता से खड़े रहे. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि वो उनकी (बीजेपी) घृणित विभाजनकारी विचारधारा से सहमत नहीं है.'' 






क्या आरोप लगाया?
ब्रिटेन की प्रोफेसर निताशा कौल ने बताया कि कर्नाटक सरकार के संविधान पर आयोजित एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई. कौल ने आरोप लगाया है कि उन्हें कर्नाटक सरकार के निमंत्रण पर 24 और 25 फरवरी को हुए दो दिवसीय ‘संविधान और राष्ट्रीय एकता सम्मेलन-2024’ में भाग लेने के लिए भारत में प्रवेश करने से रोक दिया गया था. 


निताशा कौल ने क्या कहा?
कौल ने कर्नाटक सरकार के दिए गए निमंत्रण और अन्य सम्मेलन-संबंधित लेटरों  की तस्वीरें शेयर करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर कहा, ''लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों पर बोलने के लिए भारत में प्रवेश से रोक दिया गया है.'' 


उन्होंने आगे कहा, ''मुझे कर्नाटक सरकार (कांग्रेस शासित राज्य) ने सम्मानित प्रतिनिधि के रूप में एक सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था लेकिन केंद्र सरकार ने मुझे प्रवेश की अनुमति देने से मना कर दिया. मेरे सभी दस्तावेज और ब्रिटेन का मौजूदा पासपोर्ट वैध हैं.''


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