MEA Briefing: विदेश मंत्रालय की तरफ से ब्रीफिंग में कई अहम मुद्दों का जिक्र किया गया और उन पर सरकार का रुख भी साफ हुआ. मंत्रालय ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों से लेकर उज्बेकिस्तान में कफ सिरप से हुई मौतों पर जानकारी दी. इस दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पाकिस्तान को सख्त लहजे में चेताया कि वो अपने देश में अल्पसंख्यकों के हितों का खयाल रखे और उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए. 


उज्बेकिस्तान में बच्चों की मौतों पर भारत का जवाब
उज्बेकिस्तान में भारतीय कफ सिरप के चलते हुई कथित मौतों को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, हमने इस मामले में मीडिया रोपोर्ट देखी है. उज्बेकिस्तान की एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं, लेकिन वहां हमारे दूतावास ने उनसे इस मामले में जानकारी मांगी है. उन्होंने आगे बताया कि वहां मौजूद कंपनी के प्रतिनिधियों के खिलाफ उज्बेकिस्तान की तरफ से न्यायिक जांच शुरू की गई है. इस मामले में हम जरूरी न्यायिक साहायता दे रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय भी इसको देख रहा है और नोएडा में उनके प्लांट की जांच की जा रही है. 


बता दें कि उज्बेकिस्तान में कथित तौर पर मैरियन बायोटेक फार्मा कंपनी की सिरप से 18 बच्चों की मौत हो गई. उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि इन बच्चों ने नोएडा स्थित मैरियन बायोटेक में बने कफ सिरप ‘डॉक-1 मैक्स’ का सेवन किया था. फिलहाल दोनों देशों की सरकारें इस मामले की जांच कर रही हैं और पूछताछ कर रही हैं. 


रूसी पर्यटकों की मौत की जांच
ओडिशा में दो रूसी पर्यटकों की रहस्यमय तरीके से हुई मौत को लेकर भी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से सवाल किया गया. जिसके जवाब में उन्होंने कहा, हम इस घटना से वाकिफ हैं और फिलहाल ओडिशा पुलिस मामले की जांच कर रही है. हमारे कानून के तहत घटना की जांच चल रही है. 


पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी
पाकिस्तान का जिक्र करते हुए MEA के प्रवक्ता ने कहा कि हम पहले भी कहते रहे हैं कि पाकिस्तान अल्पसंख्यकों का खयाल रखे और सुरक्षा सुनिश्चित करे. प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान में अपने राजनायिक सुरक्षा के लिए हम ज़रूरी कदम उठाते रहते हैं, लेकिन सार्वजनिक तौर पर उन पर चर्चा नहीं कर सकते. यह जाहिर है कि हम आतंकवाद के खिलाफ हैं. चाहे वो कहीं भी हों. वहीं कतर में फंसे भारतीयों और पूर्व नौसैनिकों के बारे में उन्होंने कहा, आज भारत के राजनयिक प्रतिनिधियों को दूसरा कौंसलर संपर्क करने का मौका मिला है. हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि उनकी जल्द से जल्द वापसी हो सके. 


प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कोरोना का जिक्र करते हुए अरिंदम बागची ने कहा, चीन समेत अन्य देशों में जहां कोरोना के मामले बढ़े हैं, वहां हमने आग्रह किया है कि स्थानीय हेल्थ प्रोटोकॉल को फॉलो किया जाए. राजनायिक मिशन में कुछ कोरोना संक्रमण के मामले हुए हैं. लेकिन हम इससे ज्यादा कुछ भी कहना नहीं चाहेंगे. 


नेपाल में नई सरकार बनने को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि नेपाल और भारत के बीच जो बेहद करीबी रिश्ता है उसे बनाए रखने के लिए हम काम करते रहेंगे. इस दौरान दलाई लामा की सुरक्षा को लेकर भी सवाल किया गया, जिसके जवाब में बागची ने कहा, दलाई लामा के कार्यालय से हम संपर्क में रहते हैं. लेकिन यह मामला सुरक्षा से जुड़ा है. हम इस मामले पर सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं कहना चाहेंगे.