Maratha Reservation: महाराष्ट्र के जालना में हाल ही में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज हो गया था. इसको लेकर एक नया खुलासा हुआ है. मामले में दाखिल की गई एक आरटीआई से पता चला है कि प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज का आदेश महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नहीं दिया था.


चूंकि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र का गृह मंत्रालय भी संभाल रहे हैं. इसलिए विपक्ष की तरफ से बार-बार यह सवाल उठाया जा रहा था कि बगैर उनके आदेश के लिए लाठी चार्ज नहीं हो सकता.


आसाराम डोंगरे ने दायर की थी आरटीआई
हालांकि, अब इस सवाल का जवाब मिला है गया है. आरटीआई के तहत मिली जानकारी के अनुसार देवेंद्र फडणवीस ने लाठीचार्ज का आदेश नहीं दिया था. दरअसल, महाराष्ट्र के एक्टिविस्ट आसाराम डोंगरे ने आरटीआई के तहत महाराष्ट्र पुलिस से यह जानकारी मांगी थी कि आखिर यह लाठी चार्ज क्या देवेंद्र फडणवीस के आदेश के बाद हुआ था? आरटीआई के जवाब में जालना पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जो जानकारी दी गई उसके मुताबिक देवेंद्र फडणवीस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज का आदेश दिया नहीं दिया था.


जालना में भड़क उठी थी हिंसा
जालना में हुई इस लाठीचार्ज की घटना को लेकर मामला अभी तक गरमाया हुआ है. जारांगे पाटिल लगातार मराठा आरक्षण को लेकर पहले भूख हड़ताल पर थे अब पूरे महाराष्ट्र में सभाएं कर रहे हैं. बता दें कि जालना में उस समय हिंसा भड़क उठी थी, जब बड़ी संख्या में पुलिस की एक टुकड़ी धरना स्थल पर पहुंची और कहा कि पाटिल की हालत बिगड़ रही है और उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत है. 


इस पर पाटिल के समर्थकों ने कहा कि वे प्राइवेट डॉक्टरों से उनकी जांच करवाएंगे. इस बीच पुलिस ने पाटिल को जबरन हिरासत में लेने की कोशिश की और हिंसा भड़क गई. मराठा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को पीटने का आरोप लगाया.


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