Maldives Tourism News: भारत के साथ खराब द्विपक्षीय संबंधों का असर लगातार मालदीव के टूरिस्ट पर पड़ रहा है. मालदीव पर्यटन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार वहां पिछले साल के मुकाबले भारतीय टूरिस्टों की संख्या में 33 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. मालदीव मीडिया अधाधु की रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2023 में 41,000 से अधिक भारतीय टूरिस्टों ने मालदीव का दौरा किया था. वहीं मार्च 2024 में अभी तक सिर्फ 27,224 भारतीय टूरिस्ट मालदीव दौरे पर गए.


भारत सरकार के अभियान के कारण पड़ा असर


इस गिरावट की मुख्य वजह भारत सरकार का टूरिज्म अभियान है, जिसके तहत लोगों को अपने ही देश में लक्षद्वीप का दौरा के लिए प्रेरित किया जा रहा है. रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2023 तक बाजार में 10 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ भारत मालदीव के लिए टूरिस्ट का दूसरा सबसे बड़ा भागीदार था. अब भारत के साथ डिप्लोमेटिक तनाव के कारण भारत 6 फीसदी हिस्सेदारी के साथ छठे स्थान पर है.


मालदीव में चीन के टूरिस्टों की संख्या में बढ़ी


जैसे-जैसे चीन और मालदीव के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं, वैसे-वैसे चीन से मालदीव जाने वाले टूरिस्टों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी देखी गई. साल 2024 में अभी तक चीन के 54,000 टूरिस्ट मालदीव दौरे पर जा चुके हैं. मालदीव में अब सबसे ज्यादा टूरिस्ट चीन से जाते हैं. मालदीव में फरवरी 2024 में कुल 2 लाख 17 हजार 394 टूरिस्ट आये थे, जिसमें सिर्फ चीन से 34 हजार 600 टूरिस्ट आए थे. टूरिस्ट के लिहाज से साल 2021, 2022 और 2023 में भारत मालदीव का सबसे बड़ा टूरिस्ट बाजार था.


भारत-मालदीव राजनयिक विवाद


मोहम्मद मुइज्जू के मालदीव के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही दोनों देशों के बीच विवाद शुरू हो गया था. राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने मालदीव से भारतीय सेना को बाहर करने का आदेश जारी किया था, जिसके बाद से ही दोनो देशों के बीच तनाव बढ़ा गया. इसके बाद मालदीव सरकार के मंत्रियों ने सोशल मीडिया पर पीएम नरेंद्र मोदी के बारे अपमानजनक टिप्पणियां कीं, जिसके बाद दोनों के देशों के बीच के रिश्ते और खराब हो गए.


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