NCP Political Crisis: नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी में चल रही उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है. अजित पवार और शरद पवार गुट में विधायकों के आने और जाने का दौर जारी है. अब एक और विधायक ने अजित पवार गुट से सीनियर पवार के गुट में वापसी कर ली है. मरकंद जाधव पाटिल तीसरे विधायक हैं, जिन्होंने एक हफ्ते में अजित पवार का साथ छोड़ दिया है. उनसे पहले रामराजे नाईक-निंबालकर और दीपक चव्हाण भतीजे के गुट से चाचा कैंप में वापसी कर चुके हैं.

5 दिन में तीन विधायकों ने छोड़ा अजित का साथमरकंद जाधव पाटिल महाराष्ट्र के सतारा जिले की वाई विधानसभा सीट से विधायक हैं. मकरंद के सैकड़ों समर्थक विधायकों ने भी उन्हीं के रास्ते पर चलते हुए शरद कैंप में वापसी कर ली है. जाधव से पहले बीते शुक्रवार को रामराजे नाईक-निंबालकर और दीपक चव्हाण ने शरद पवार गुच में वापसी करने का फैसला किया था.

शरद के लामहाटे अजित के पास गएउधर, शरद पवार गुट के किरण लामहाटे अजित के कैंप में आ गए हैं. किरण तीसरी बार पलटी मारकर अजित के गुट में शामिल हुए हैं. पहले भतीजे के गुट में शामिल, हुए दो दिन बाद चाचा का साथ पकड़ा और फिर भतीजे के पास वापस लौट आए हैं. 2 जुलाई को अजित के शपथ ग्रहण के बाद किरण शरद के गुट में चले गए थे और अब फिर से अजित कैंप में वापसी कर चुके हैं. अजित के शपथ ग्रहण के समय भी वह वहां मौजूद थे. 

अजित के शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल होने के बाद एनसीपी दो धड़ों में बंट चुकी है और चाचा-भतीजे में पार्टी के कब्जे की लड़ाई भी शुरू हो गई है. दोनों गुटों ने 5 जुलाई को बैठक कर शक्ति प्रदर्शन किया था.अजित गुट की बैठक में 35 से ज्यादा विधायकों की उपस्थिति का दावा किया गया था और शरद के गुट में 15 विधायक पहुंचे थे. हालांकि, अजित दावा कर रहे हैं कि उनके पास 40 से ज्यादा विधायक हैं. महाराष्ट्र कैबिनेट में एनसीपी के 53 विधायक हैं और अजित पवार को पार्टी पर कब्जे का दावा ठोकने के लिए  36 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी. 

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