NCP Political Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासी उथल-पुथल के बीच शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को निशाने पर लिया. उद्धव ठाकरे ने गुरुवार (6 जुलाई) को कहा कि बीजेपी ने शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को तोड़ दिया है और महाराष्ट्र को तोड़ना चाहती है. एनसीपी में हुई टूट पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में ठाकरे ने कहा, ''वे महाराष्ट्र के खिलाफ हैं. उन्होंने पहले शिवसेना और अब एनसीपी को तोड़ दिया. वे महाराष्ट्र को तोड़ना चाहते हैं और ऐसा कोई नहीं चाहते जो उन्हें बाहर निकलने से रोक सके.''


अजित पवार के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम बनने के बाद एनसीपी में दोफाड़ हो गए हैं. इसके बाद से ही चाचा शरद पवार और भतीजे अजित के बीच एनसीपी के नेतृत्व पर कब्जा बनाए रखने की सियासी लड़ाई जारी है. अजित ने खुद को एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित करवा लिया है और चुनाव आयोग में पार्टी को लेकर अपना दावा ठोंक दिया है. वहीं, शरद पवार भी चुनाव आयोग की शरण में पहुंच चुके हैं. ये तमाम चीजें ठीक वैसे ही घटित हो रही हैं, जैसे शिवसेना के साथ हुई थीं.


क्या शिंदे गुट हुआ नाराज?
महाराष्ट्र सरकार में अजित पवार की एंट्री के बाद दावा किया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे गुट के कई विधायक नाराज हैं. शिवसेना यूबीटी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत भी दावा कर चुके हैं कि एनसीपी में हुई बगावत और अजित की राज्य सरकार में एंट्री से शिंदे गुट के 17 से 18 विधायक नाराज हैं और उनके संपर्क में हैं. इसके साथ ही संजय राउत ने महाराष्ट्र को नया मुख्यमंत्री मिलने का दावा किया.


एकनाथ शिंदे गुट के नेता और उद्योग मंत्री उदय सामंत ने इन तमाम दावों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे को लेकर लगाई जा रही तमाम अटकलें गलत हैं. उन्होंने कहा कि जो कुछ भी हुआ है (उसके लिए) पहल मुख्यमंत्री शिंदे ने ही की थी. वहीं, शिंदे गुट के कई विधायकों ने बयान जारी करते हुए कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है.


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