चेन्नई: तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत पर सवाल उठाने से जुड़ी याचिका पर आज मद्रास हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट के जज जस्टिस वैद्यनाथन ने कहा कि मुझे भी शक है, मौत का सच सामने आना चाहिए.


हाईकोर्ट के जज वैद्यालिंगम ने इस मामले में एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा कि जयललिता की मौत पर मीडिया के साथ हम लोगों को भी शक है. हाई कोर्ट ने यह भी कहा कि जांच के लिए शव को बाहर निकालने में क्याल दिक्कभत है ?


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अन्नालद्रमुक के एक कार्यकर्ता पीए जोसेफ ने हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी. जिसमें कहा गया था, ‘’जयललिता की बीमारी के दौरान कभी किसी को उनके पास जाने का मौका नहीं मिला. उनकी मृत्युर की वजहों की भी किसी को जानकारी नहीं दी गई.’’


याचिकाकर्ता ने कहा, ‘’केवल चुनिंदा लोग ही उनके करीब थे. मृत्युं के बाद भी उनकी बीमारी और मौत की वजहों की जानकारी बाहर नहीं निकल पाई. ऐसे में अब जयललिता से संबंधित सारी बातें सार्वजनिक की जानी चाहिए.’’


बता दें कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता का दिसंबर के पहले हफ्ते में निधन हो गया था. उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. हालत नाजुक होने के चलते उन्हें क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में रखा गया था. जयललिता करीब 75 दिनों से अस्पताल में भर्ती थीं.