चेन्नई: तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके की पहली जनरल काउंसिल की बैठक हुई जिसमें प्रस्ताव पारित करके जया की करीबी रहीं शशिकला को पार्टी का अंतरिम महासचिव बनाया गया है.
आपको बता दें कि महासचिव पद के लिए चुनाव होगा. पार्टी के नियम 20, सेक्शन 2 के तहत ये चुनाव होगा, तब तक के लिए शशिकला पार्टी की अंतरिम महासचिव के पद पर रहेंगी.
जयललिता के निधन के बाद पार्टी की यह पहली अहम मीटिंग है. पार्टी की सभी बड़े नेताओं और जनरल काउंसिल के सदस्यों को इस बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया था. इस बैठक की अध्यक्षता मधुसूदनन कर रहे हैं.
तमिलनाडु के सभी जिलों से पार्टी के सचिवों को भी इस बैठत में बुलाया गया था. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम, उनकी कैबिनेट के मंत्री, एम. थंबीदुरई और पार्टी विधायक भी इस बैठक में शामिल रहे.
गौरतलब है कि पन्नीरसेल्वम ने भी कुछ दिनों पहले ही जयाललिता के बाद पार्टी का नेतृत्व करने के लिए शशिकला का नाम सुझाया था. शशिकला जनरल काउंसिल की बैठक के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को बयान जारी कर सकती हैं.
फैसला उम्मीदों के मुताबिक
जयललिता के निधन के बाद से ही ये सवाल था कि आखिर उनकी जगह पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा. जयललिता के सियासी वारिस के तौर पर पनीरसेल्वम और शशिकला के नामों की चर्चा थी. जब पनीरसेल्वम को सीएम की कुर्सी मिल गई तो ये मान लिया गया था कि पार्टी महासचिव का पद शशिकला की झोली में जाएगा और आखिरकार जनरल काउंसिल की मीटिंग में उसपर अंतरिम मुहर लग गई.
कौन हैं शशिलकला
शशिकला नटराजन थेवर समुदाय से हैं. उनका प्रभाव जयललिता के करीबी लोगों में है और जयललिता के जीवन में वो परदे के पीछे से पार्टी का काम देखती रही थी और इसके लिए उन्हें जयललिता का आशिर्वाद प्राप्त था.
शशिकला जयललिता की सबसे करीबी मानी जाती रही हैं, एक जमाने में ये भी कहा जाता था कि जयललिता के हर फैसले के पीछे शशिकला का हाथ होता था. हालांकि, दोनों के रिश्तों में कई बार खटास भी देखी गई.