नई दिल्ली: दिल्ली की रहने वाली एक लड़की के साथ अत्याचार की इस दास्तान को सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. दरअसल, सरिता विहार इलाके की रहने वाली एक लड़की ने FIR दर्ज करवाई है कि कुछ दिन पहले राहुल नाम का एक शख्स उसके यहां किराए पर रहने के लिए आया. इसके बाद लड़की की और राहुल की दोस्ती हो गई. राहुल ने लड़की को शादी के लिए प्रपोज भी किया, उसके बाद वह अपने परिवार से लड़की को मिलाने के लिए लेकर गया. तब लड़की को पता चला कि राहुल मुस्लिम है और उसका असली नाम साहिब अली है.


पीड़ित लड़की ने कहा, ''हमारे यहां पर वह (राहुल उर्फ साहिब अली) किराए पर रहने आया था. उसने अपना नाम राहुल बताया था उसके आधार कार्ड में भी उसका नाम राहुल ही था. हमारी बातचीत होने लगी. मैंने पूछा कि तुम्हारे घर में कौन-कौन है तो उसने कहा कि मेरे घर में कोई नहीं है मैं अकेला हूं. कुछ दिन बाद वह अपने रिश्तेदार के यहां लेकर जा रहा हूं, ये बोलकर मुझे साथ लेकर गया. तब पता चला कि उसका पूरा परिवार है उसका अपना घर है. वहां जाकर पता चला कि यह लोग मुस्लिम है. उसने मुझसे झूठ बोला उसका नाम राहुल है. जबकि उसका नाम साहिब अली है.''


इसके बाद दोनों का काफी झगड़ा हुआ. लड़की ने उस शख्स को कहा कि तुमने मुझसे झूठ क्यों बोला. लेकिन राहुल उर्फ साहिब ने लड़की को कहा कि वह उसे हमेशा खुश रखेगा. उसे कभी कोई परेशानी नहीं आने देगा. लड़की के मुताबिक वह उसे कालकाजी मंदिर लेकर गया और वहां उसकी मांग भर के कहा कि अब तुम मेरे साथ घर चलो. इसके बाद दोनों साथ रहने लगे. पीड़ित लड़की के मुताबिक राहुल उर्फ साहिब के घर में उसके ऊपर अत्याचार होने लगे.


पीड़ित लड़की ने आगे बताया कि मैंने उससे लड़ाई की. मैंने उसको कहा कि तुमने मुझसे झूठ क्यों बोला. वह मुझे डराने लगा धमकाने लगा. उसने कहा कि अगर तू मेरे साथ नहीं रहेगी तो मैं तेरी फोटोज दिखा दूंगा. ब्लैकमेल करने लगा. उसने बोला कि मेरे साथ रहना है तो मेरे घर में रहना होगा. फिर मैं उसके घर में रहने चली गई. मैंने अपना घर छोड़ दिया. मैंने शादी नहीं की थी. बस उसने मेरी ऐसे ही मांग भरी थी. लेकिन शादी नहीं की थी.


पीड़ित लड़की के मुताबिक उसे धर्म परिवर्तन करने के लिए कहा गया. उसके साथ जो हुआ वो जबरन किया गया. उसे बुर्का पहनाया जानें लगा. नमाज पढ़ाई जाने लगी. यहां तक कि उसका नाम तक बदल दिया गया.


पीड़ित लड़की ने एक संगीन आरोप यह भी लगाया है कि राहुल उर्फ साहिब अली के पिता ने उसके साथ जबरदस्ती करने की भी कोशिश की. लड़की पर जब अत्याचार ज्यादा होने लगा तब किसी तरीके से उसने अपने घर पर फोन किया और उसके बाद वह घर से निकल गई.


पीड़ित लड़की ने कहा, ''उसने मेरे साथ सब कुछ जबरदस्ती किया. शादी नहीं की थी. अपने घर जबरदस्ती लेकर गया नमाज पढ़ाई और रोजे रखवाये. उसके पिता ने मेरे साथ कई बार जबरदस्ती करने की कोशिश की. एक बार तो उसके पापा ने मुझे बहुत गलत तरह से टच किया. उसकी बहन और उसके जीजा मुझे बहुत मारते थे. कमरे में बंद रखते थे. मुझे किसी से बात नहीं करने देते थे. ना किसी से मिलने देते थे. घर भी नहीं जाने देते थे. मेरा फोन भी छीन लिया था.''


पीड़ित लड़की का आरोप है कि 5 महीने तक मेरे साथ ऐसे ही जबरदस्ती चली. मुझे मुसलमान बनाने की कोशिश की गई. उसके जीजा मुझे नमाज पढ़ाते थे. उसकी बहन मुझे बुर्के में रखती थी. उन लोगों ने मेरा नाम नगमा खातून रख दिया था. मैंने वहां से फोन चुरा कर अपने घर में फोन किया. अपनी बहन को सब कुछ बताया कि मुझे यहां से ले जाओ. यह लोग मेरे साथ जबरदस्ती करते हैं. नमाज पढ़ाते और बुर्के में रखते थे.


पीड़ित लड़की का आरोप है कि अब भी उसे धमकियां दी जा रही है. उसपर वापस आने के लिए प्रेशर बनाया जा रहा है. वहां से निकलने के बाद मुझे व्हाट्सएप कॉल किया गया. मुझे धमकाया गया कि मुझे मार देंगे. मुझे कहा गया कि मुझे रहने नहीं देंगे अगर मैं वापस नहीं आई. नॉर्मल कॉल पर बहुत प्यार से बात करते थे.


पीड़ित लड़की की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने IPC की धारा 376/366/354/406/506/34 के तहत मामला दर्ज किया है. मामले की जांच करते हुए पुलिस ने साहिब अली को गिरफ्तार कर लिया है. जब हम मामले की जानकारी जुटाने के लिए साहिब अली के घर पहुंचे तो वहां कोई मौजूद नही था.