Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस ने अमेठी से इस बार राहुल गांधी की जगह केएल शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है. लंबे समय से अमेठी में सक्रिय केएल शर्मा के सामने बीजेपी की उम्मीदवार और मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी हैं. कांग्रेस की कोशिश इस बार स्मृति ईरानी को हराकर फिर से अपने गढ़ को जीतने की है.


अमेठी जीतने के लिए पार्टी ने काफी मंथन के बाद उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया है और अब आगे भी जीत की तैयारी में पार्टी कई अहम फैसले ले रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस उम्मीदवार केएल शर्मा के प्रस्तावक बनाते समय जातिगत समीकरण का पूरा ध्यान रख रही है. पार्टी ने जो चार प्रस्तावक बनाए हैं, उनमें इसी समीकरण पर काम किया गया है.


ये हैं केएल शर्मा के चार प्रस्तावक


केएल शर्मा के प्रस्तावकों में पासी समाज, धोबी समाज, बनिया समाज और ब्राह्मण समाज से एक-एक प्रत्याशी शामिल हैं. इनमें कांग्रेस के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी विजय पासी, पूर्व विधायक राधेश्याम धोबी, अमेठी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल और प्रदेश महासचिव योगेन्द्र मिश्रा शामिल हैं.


ऐसा है अमेठी का जातीय समीकरण


जातीय समीकरण पर नजर डालें तो अमेठी में दलित वोटरों की संख्या 26 प्रतिशत, मुस्लिम वोटरों की संख्या 20 पर्सेंट और ब्राह्मण वोटर की संख्या 18 फीसदी है. यहां सबसे अधिक आबादी ओबीसी वोटर हैं. इनकी संख्या करीब 34 फीसदी है. इसके अलावा यहां 12 फीसदी राजपूत वोटर्स हैं. कांग्रेस इस योजना पर चल रही है कि अगर उसने जातीय समीकरणों को साध लिया तो एक बार फिर पार्टी यहां जीत का परचम लहराएगी.


कौन हैं केएल शर्मा?


अमेठी सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा की पहचान सोनिया गांधी के करीबी नेता के रूप में रही है. मूल रूप से लुधियाना, पंजाब के रहने वाले के एल शर्मा लंबे समय से रायबरेली में सोनिया गांधी के सांसद प्रतिनिधि के रूप में काम करते आए हैं. करीब चार दशक से अमेठी, रायबरेली में संगठन का काम कर रहे के एल शर्मा को इन दो जिलों की एक–एक गली मालूम है और हर कांग्रेसी इन्हें जानता है. 


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