आज के इस आधुनिक युग में लोग अभी भी अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं. किसी भी तरह की छोटी-मोटी परेशानियों से बचने के लिए लोगों को लगता है कि अंधविश्वास का सहारा लिया जा सकता है और उससे सबकुछ ठीक हो जाएगा. ऐसा ही एक मामला आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के एक गांव से आया है जहां पर पूरे गांव में लॉकडाउन लगा दिया गया है. लेकिन ये लॉकडाउन कोरोना की वजह से नहीं लगा है, यह लॉकडाउन गांव वालों के अंधविश्वास की वजह से लगाया गया है.


सर्बुजील्ली मंडल के वेन्नेला लासा गांव में रहने वाले लोगों ने खुद से इस महीने की 17 से 25 तारीख तक के लिए लॉकडाउन घोषित कर दिया है. मगर चौंकाने वाली बात ये है कि ये लॉकडाउन कोरोना के लिए नहीं, बल्कि उनके अंध विश्वास को कायम रखने के लिए किया गया है. गांव वालों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से गांव में कई लोग बीमार पड़ रहे हैं, बुखार या किसी दूसरी बीमारी से परेशान हैं.


गांव में एक-दो लोगों की मौत भी हो गई है जिस वजह से उनका कहना है कि कोई दुष्ट शक्ति ने गांव में प्रवेश किया है. जो गांव में सभी को बीमार कर रही है. इसीलिए उन्होंने ओडिशा और विजयनगरम से तांत्रिक बुलाकर गांव में तंत्र-मंत्र करा रहे हैं. जब तक गांव में तंत्र-मंत्र किया जाएगा तब तक गांव वाले कोई बाहर न जाए और बाहर वाले गांव न आए. इसलिए पूरे गांव को चारों तरफ से बंद कर दिया गया है और गांव में तंत्र मंत्र किया जा रहा है.

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