लश्कर-ए- तैयबा का सरगना और मुंबई में 26/11 हमले का मास्टरमाइंड आंतकी हाफिज सईद को भारत लाने के लिए भारत सरकार ने पाकिस्तान की सरकार के सामने आधिकारिक मांग रखी है. भारत सरकार ने प्रत्यर्पण को लेकर कानूनी प्रकिया पूरी करने की बात कही है. 


हाफिज सईद को 2008 में मुबंई हमले, 2019 में पुलवामा हमले समेत कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का दोषी पाया गया है. वैश्विक स्तर पर भी हाफिज सईद आतंकवादी घोषित किया जा चुका है. संयुक्त राष्ट्र ने भी हाफिज सईद को आतंकवादियों की सूची में डाल दिया है. फिलहाल वह पाकिस्तान की जेल में 'सजा काट' रहा है.


आजीवन कारावास काट रहा है हाफिज?


पिछले साल पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधी अदालत ने हाफिज सईद को दो टेरर फाइनेंसिग केस में 32 साल की सजा सुनाई थी. इससे पहले पांच अलग-अलग मामलों में हाफिज को 36 साल की अलग सजा सुनाई गई थी. हालांकि दोनों सजाएं एक साथ चल रही हैं, लेकिन हाफिज पाकिस्तानी जेल में सजा काट रहा है या नहीं इसपर भी सवाल उठते रहे हैं.


भारत क्या चाहता है?


हाफिज सईद भारत में कई आतंकी गतिविधियों के लिए वांछित है. उसपर 2008 के मुबंई हमलों की साजिश रचने का आरोप है. हाफिज के संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा जम्मू कश्मीर में कई बार फिदायीन हमले करा चुका है. लश्कर-ए-तैय्यबा के पाकिस्तान में कई ठिकाने हैं, जहां वह आतंकियों को ट्रेनिंग देता है. इन ट्रेनिंग कैंप में अलग-अलग कोर्स कराए जाते हैं. इनमें 21 दिनों का जिहादी कोर्स दाऊरा ए शुफा, 21 दिनों की कॉम्बैट कोर्स कराया जाता है और उन आतंकियों को भारत भेजा जाता है.


बेटा लड़ रहा चुनाव


हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद पाकिस्तान में आगामी आम चुनाव लड़ने जा रहा है. इसके साथ ही हाफिज की पार्टी पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) ने जानकारी दी है कि अगले साल फरवरी में होने वाले चुनावों में वह हिस्सा लेगी.


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