अरब सागर में भारत आ रहे मालवाहक जहाज केम प्लूटो पर 23 दिसंबर को हुए हमले के बाद भारतीय नौसेना अलर्ट पर आ गई है. इंडियन नेवी ने समुद्री सुरक्षा को बढ़ाते हुए 5 वॉरशिप तैनात किए हैं. इसके अलावा अरब सागर में लगातार निगरानी और इलाके के बारे में जानकारी बनाए रखने के लिए P-8I विमान और लॉजिस्टिक टैंकर को तैनात किया है. साथ ही सी गार्डियन ड्रोन से भी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. 


दरअसल, शनिवार को पोरबंदर से लगभग 217 समुद्री मील की दूरी पर मालवाहक जहाज केम प्लूटो पर ड्रोन हमला किया गया था. इसके बाद भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल ने समुद्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई पोत तैनात किए हैं. भारतीय नौसेना ने मंगलवार को बताया था कि हाल की घटनाओं के मद्देनजर इस क्षेत्र में समद्री सुरक्षा अभियान शुरू किया गया है. इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा था कि जहाज पर हमलों के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 


ये 5 वॉरशिप किए तैनात


हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन नेवी ने मध्य-पूर्व क्षेत्र में अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन से स्वतंत्र अरब थिएटर में आईएनएस कोलकाता, आईएनएस कोच्चि, आईएनएस मोर्मुगाओ, आईएनएस चेन्नई और आईएनएस विशाखापत्तनम को तैनात किया है. जबकि आईएनएस कोलकाता लाल सागर के मुहाने पर तैनात है. वहीं, आईएनएस कोच्चि यमन सोकोट्रा द्वीप के दक्षिण में है, आईएनएस मोरमुगाओ पश्चिम अरब सागर में है और चेन्नई मध्य अरब सागर में है. 
 
इन वॉरशिप में तेल टैंकर एम वी स्वर्णमाला द्वारा ईंधन दिया जा रहा है. इसे भारतीय नौसेना द्वारा किराए पर लिया गया है. भारतीय नौसेना के टैंकरों की तुलना में इस टैंकर में ज्यादा ईंधन ले जाने की क्षमता है. इंडियन नेवी सर्विलांस विमान और ड्रोन के जरिए लगातार अरब सागर में नजर बनाए हुए है, ताकि यमन के हूती और इराक के हिज्बुल्ला द्वारा इस्तेमाल संदिग्ध जहाजों की पहचान की जा सके. इजरायल और हमास में जारी जंग के बीच ईरान समर्थित हूती संगठन अरब सागर और लाल सागर में लगातार मालवाहक जहाजों को निशाना बना रहे हैं. उधर, हिज्बुल्ला भी उत्तरी सीमा से इजरायल पर हमले कर रहा है. 


सऊदी अरब से भारत आ रहा था केम प्लूटो


केम प्लूटो जहाज सोमवार को मुंबई के तट पर पहुंचा. इसके बाद नौसेना ने इसकी जांच शुरू की. नेवी ने बताया कि जहाज पर जो मलबा मिला है, उससे इस बात की पुष्टि होती है कि उस पर ड्रोन से हमला किया गया था. इस जहाज पर 21 क्रू मेंबर सवार थे, इनमें 20 भारतीय थे. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने रविवार को कहा था कि केम प्लूटो पर ईरान से हमला हुआ था. हालांकि, ईरान ने इस दावे को खारिज कर दिया था. केम प्लूटो सऊदी अरब से भारत आ रहा था. यह जापानी स्वामित्व वाला और नीदरलैंड द्वारा संचालित मालवाहक जहाज है.