Karnataka Coronavirus Cases: थर्ड वेव के खतरे के बीच कर्नाटक में 9वीं से 12वीं तक की स्कूल शुरू हो चुकी है. वहीं सरकार अब 6 सितंबर से छठी से आठवीं कक्षा के स्कूल भी खोलने जा रही है लेकिन इस बीच कर्नाटक में लगातार कॉलेज/स्कूल में कोविड क्लस्टर सामने आ रहे हैं. ताजा मामला बेंगलुरू और कोलार का है. कोलार जिले के एक नर्सिंग कॉलेज में केरल से लौटे 32 विद्यार्थियों के कोरोना पॉजिटिव निकलने के कुछ दिन बाद ही अब बेंगलुरू के एक नर्सिंग कॉलेज में कोरोना क्लस्टर सामने आया है. कुल 34 विद्यार्थी संक्रमित निकले हैं. इनमें 22 छात्राएं हैं.


स्वास्थ्य विभाग के अनुसार संक्रमितों को एचएएल कोविड देखभाल केंद्र में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया है. सभी की हालत स्थिर है. शेष विद्यार्थियों को क्वारंटीन किया गया है. कॉलेज और छात्रावास को सील कर दिया गया है. प्रबंधन ने बाकी छात्रों को कॉलेज नहीं आने के लिए कहा है. ऑफलाइन कक्षाएं निलंबित कर ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की गई हैं. इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाने की सूचना देकर क्षेत्र की बैरिकेडिंग कर दी गई है.


वहीं इन छात्रों में ज्यादातर केरल से हैं. लगातार सामने आ रहे छात्रों में कोविड-19 केस को देखते हुए अब सवाल यही उठता है कि बच्चों के लिए स्कूल खोलना कितना सही है. खासतौर पर तब जब हेल्थ एक्सपर्ट्स तीसरी लहर के संकेत दे चुके हैं. यहां तक कि प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग एसोसिएशन भी स्कूल खोलने के खिलाफ हैं. तीसरी लहर को लेकर बच्चों को खतरे में न डालने की अपील कर चुके हैं.


हालांकि सरकार तीसरी लहर को लेकर अपनी पूरी तैयारियां कर रही है. हर जिले में बच्चों के स्पेशल कोविड अस्पताल बनाए जा रहे हैं ताकि तीसरी लहर के दौरान दूसरी लहर जैसे हालात ना हो. इस बीच जिस तरह से बच्चों के भीतर क्लस्टर सामने आ रहे हैं उसने फिर एक बार स्कूल खोलने के फैसले पर सरकार को विचार करने पर मजबूर कर दिया है.



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