India Canada Row: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) के भारत पर लगाए गए आरोपों के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक विवाद बढ़ता जा रहा है. गुरुवार (21 सितंबर) को भारत ने कनाडा के लिए अपनी वीजा (Visa) सेवाएं अगले नोटिस तक स्थगित कर दी. इसी बीच कनाडा स्थित गैंगस्टर सुखदुल सिंह (Sukhdul Singh) की विनिपेग में हत्या कर दी गई. जस्टिन ट्रूडो ने विवाद के बीच फिर बयान दिया. जानिए इस घटनाक्रम से जुड़ी बड़ी बातें. 


1. कनाडा के साथ संबंधों में गिरावट के बीच भारत ने कनाडा के लिए अपनी वीजा सेवाएं स्थगित कर दी हैं. भारत ने मौजूदा विवाद के मद्देनजर कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सेवा निलंबित की हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि कनाडा में हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावासों सुरक्षा खतरों का सामना कर रहे हैं. जिससे उनका सामान्य कामकाज बाधित हो गया है. इसलिए वे अस्थायी रूप से वीजा आवेदनों पर काम करने में असमर्थ हैं. हम नियमित आधार पर स्थिति की समीक्षा करेंगे. 


2. कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने विवाद के बीच गुरुवार को कहा कि मैं भारत सरकार से हमारे साथ मिलकर काम करने, इन आरोपों को गंभीरता से लेने और न्याय होने देने का आह्वान करता हूं. हमारे देश में कानून का शासन है. हमारा दायित्व है कि हम यह सुनिश्चित करें कि वे प्रक्रियाएं कठोर और स्वतंत्र तरीके से सामने आएं और हम यही कर रहे हैं. हम अंतरराष्ट्रीय आधारित व्यवस्था के लिए खड़े हैं. हमें ये बताना है कि किसी भी देश के लिए अपनी घरेलू धरती पर किसी नागरिक की हत्या में शामिल होना कितना अस्वीकार्य होगा. मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि इन आरोपों को हाउस ऑफ कॉमन्स के पटल पर साझा करने का निर्णय हल्के में नहीं लिया गया था, यह बेहद गंभीरता से किया गया. 


3. जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि जैसा कि मैंने सोमवार को कहा था, यह मानने के विश्वसनीय कारण हैं कि भारत सरकार के एजेंट कनाडा की धरती पर एक कनाडा के नागरिक की हत्या में शामिल थे. हम भारत सरकार से इस मामले की सच्चाई जानने के लिए आगे बढ़कर हमारे साथ काम करने का आह्वान करते हैं. मेरी प्रधानमंत्री (मोदी) के साथ सीधी और स्पष्ट बातचीत हुई, जिसमें मैंने बिना अपनी चिंताओं को साझा किया. इसमें कोई शक नहीं है कि भारत का महत्व विश्व में बढ़ रहा है और भारत एक ऐसा देश है जिसके साथ हमें न केवल एक क्षेत्र में बल्कि दुनिया भर में काम करना जारी रखना है. हम उकसाने या समस्याएं पैदा करने के बारे में नहीं सोच रहे हैं. हम कनाडा के लोगों की सुरक्षित रखने और हमारे मूल्यों को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्य करना जारी रखेंगे.


4. इस मामले पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि ये बहुत ही निराशाजनक घटनाक्रम है. अब हमें यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने होंगे कि यह और खराब न हो. वे एक महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार हैं. हमने कनाडा के साथ अपने संबंधों को महत्व दिया है. मुझे उम्मीद थी कि कनाडा भी इस रिश्ते को महत्व देगा, लेकिन प्रधानमंत्री के बयान ने मुझे चौंका दिया है. हम जानते हैं कि वहां सरकार, कुछ समर्थन पर निर्भर है और शायद इसीलिए उन्हें ऐसा करने की जरूरत पड़ी. जल्द ही चुनाव भी आने वाले हैं. तो इन सभी कारणों से, कनाडाई राजनीति ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है जहां 2 देशों के बीच एक बहुत ही मूल्यवान रिश्ता खतरे में पड़ गया है.


5. कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने पीएम मोदी से आग्रह किया है कि वह व्यक्तिगत रूप से मामले में हस्तक्षेप करें और कनाडा में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करें. पंजाब की लुधियाना सीट से लोकसभा सदस्य बिट्टू ने पीएम को पत्र लिखकर ये मुद्दा उठाया. बिट्टू ने कहा कि आप (पीएम) व्यक्तिगत रूप से इस मामले में हस्तक्षेप कर छात्रों की भलाई और सुरक्षा की भावना सुनिश्चित करें और कनाडा में पढ़ने वाले बड़ी भारतीय छात्रों को किसी भी संभावित परिणाम से बचाकर उनके हितों की रक्षा करें, तो मैं आपका आभारी रहूंगा. 


6. इस विवाद के बीच पंजाब के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर में से एक सुखदुल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके की अज्ञात लोगों ने कनाडा के विनिपेग शहर में हत्या कर दी. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इसे कुछ गैंग के बीच आपसी दुश्मनी का परिणाम माना जा रहा है. सुक्खा दुनेके के खिलाफ हत्या सहित 18 मामले थे. उसकी हत्या कनाडा के समयानुसार बुधवार रात को हुई. दुनेके पंजाब के मोगा जिले के दुनेके कलां गांव से था और 2017 में कनाडा भाग गया था. पिछले साल मार्च में अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल अंबियां की हत्या के मामले में भी उसका नाम सामने आया था.


7. शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच विवाद का जल्द समाधान हो जाएगा. बादल ने कहा कि बड़ी संख्या में पंजाबी कनाडा में रहते हैं और दोनों देशों के खराब होते रिश्तों की वजह से उनमें घबराहट है. कनाडा में 18 लाख भारतीय रहते हैं और उनमे से अधिकतर पंजाबी हैं. भारत सरकार से अनुरोध करता हूं जल्द से जल्द इसका कोई समाधान निकालें. 


8. भारत ने गुरुवार को कनाडा से देश में अपनी राजनयिक उपस्थिति को कम करने के लिए कहा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत में कनाडाई राजनयिक कर्मचारियों का आकार कनाडा में भारतीयों की तुलना में बड़ा है और आपसी उपस्थिति में ताकत और रैंक समकक्षता में समानता होनी चाहिए. हमने कनाडाई सरकार को इस बारे में सूचित किया है. यहां उनकी संख्या कनाडा में हमारी तुलना में बहुत अधिक है. मुझे लगता है कि कनाडा की ओर से कमी की जाएगी. 


9. जस्टिन ट्रूडो की पार्टी के भारतीय-कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर देश में हिंदुओं को निशाना बनाने वाले आतंकवाद के महिमामंडन और हेट क्राइम पर निराशा व्यक्त की. उन्होंने कहा कि मैंने कई हिंदू-कनाडाई लोगों से सुना है जो इस लक्षित हमले के बाद डरे हुए हैं. मैं हिंदू-कनाडाई लोगों से शांत, लेकिन सतर्क रहने का आग्रह करता हूं. खालिस्तान आंदोलन के नेता हिंदू कनाडाई लोगों को प्रतिक्रिया देने और कनाडा में हिंदू और सिख समुदायों को विभाजित करने के लिए उकसाने की कोशिश कर रहे हैं.


10. कनाडा ने भारत में अपने कर्मचारियों की मौजूदगी को अस्थायी रूप से समायोजित करने का निर्णय लिया. कनाडा ने कहा कि वह भारत में अपने राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और एहतियात के तौर पर ये कदम उठा रहा है. कनाडाई उच्चायोग ने कहा कि ओटावा को उम्मीद है कि नई दिल्ली भारत में अपने राजनयिकों और वाणिज्य दूतावास अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान करेगी.


ये भी पढ़ें- 


महिला आरक्षण बिल पर रामदास अठावले का शायराना अंदाज, 'विरोधियों को अच्छी सेहत के लिए लेनी पड़ेगी पिल, जनता...'