Jammu Kashmir Loot Case: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए लुटेरों के एक गिरोह को पकड़ा है जो रात के समय ट्रक लूटने के लिए पुलिस कमांडो बनकर घूम रहे थे. श्रीनगर पुलिस के चलाए गए अभियान में नकली बंदूकें, काली वर्दी, वाहन और अपराध में इस्तेमाल की गई अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई. गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि गिरोह के बारे में आगे की जांच जारी है.

श्रीनगर पुलिस के मुताबिक, 22 फरवरी, 2025 को हरियाणा निवासी चंचल सिंह की शिकायत मिलने के बाद शाल्टेंग पुलिस स्टेशन ने यह अभियान शुरू किया. इस शिकायत के आधार पर, एक प्राथमिकी (सं. 15 यू/एस 307, 126(2), 3(5)) दर्ज की गई और जांच शुरू की गई. चंचल सिंह ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया था कि अज्ञात वर्दीधारी व्यक्तियों ने शाल्टेंग के मलूरा में उनके वाहन को रोका और रात के समय बंदूक की नोक पर उनसे नकदी और कीमती सामान लूट लिया.

पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार

श्रीनगर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई टीमें बनाईं और व्यापक तलाशी अभियान चलाया. कुछ ही दिनों में शहर के अलग-अलग इलाकों से 4 आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों की पहचान साहिल अहमद शेख और आकिब अहमद शेख के रूप में हुई है, जो नरकराह बडगाम के रहने वाले हैं, अरबाज अहमद वानी एसडी कॉलोनी बटमालू के रहने वाला है और फैसल अहमद शाह श्रीनगर के पुराने शहर के नौहट्टा का रहने वाला है.

बराबमद हुईं नकली बंदूकें, मोबाइल फोन और कमांडो वर्दी

जांच के दौरान दो नकली एके-47 बंदूकें, नौ मोबाइल फोन, एक स्विफ्ट गाड़ी, एटीएम कार्ड, नकदी और अपराध में इस्तेमाल की गई काली कमांडो वर्दी बरामद की गई. पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने विशेष रूप से केंद्र शासित प्रदेश के बाहर के पंजीकरण नंबर वाले ट्रकों को निशाना बना कर रात के समय सुनसान राजमार्गों को चुनकर अपने अपराध को अंजाम दिया.

आरोपी जम्मू कश्मीर पुलिस के कमांडो की काली वर्दी पहनकर नकली बंदूकों का इस्तेमाल कर ड्राइवरों को डराया करते और फिर उनसे नकदी, एटीएम कार्ड और अन्य कीमती सामान लूट ले जाते. गौरतलब है कि गिरफ्तार किए गए लोग हिस्ट्रीशीटर हैं और उनके खिलाफ जम्मू-कश्मीर के विभिन्न पुलिस थानों में कई मामले दर्ज हैं.

श्रीनगर पुलिस ने कहा है कि अपराध से निपटने और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उसकी प्रतिबद्धता सर्वोच्च है, लेकिन नागरिकों को समाज की सुरक्षा में मदद करने के लिए किसी भी संदिग्ध गतिविधि या आपराधिक घटना की सूचना निकटतम पुलिस स्टेशन को देनी चाहिए.

ये भी पढ़ें: Jammu-Kashmir: जम्मू कश्मीर में सेना की गाड़ी पर नहीं हुआ हमला? एक्सीडेंटल फायरिंग से हड़कंप