Jammu-Kashmir: सीमा सुरक्षा बल ने दावा किया है कि सीमा पार से लगातार बढ़ती ड्रोन ड्रॉपिंग की घटनाएं पाकिस्तान की स्टेट स्पॉन्सर्ड कार्रवाई है. बीएसएफ (BSF) ने दावा किया है कि जम्मू में पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से सात बार घुसपैठ की कोशिश की, जिन्हें नाकाम किया गया है.


जम्मू में बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर के आईजी डीके बूरा ने लगातार बढ़ती ड्रोन ड्रॉपिंग की घटनाओं को चुनौती मानते हुए दावा किया कि इसमें कुछ छिपी बात नहीं है कि पाकिस्तान की तरफ से आ रहे ड्रोन स्पॉन्सर्ड  है. उन्होंने कहा,  ''कोई भी इस बात को नहीं मानेगा कि बॉर्डर पर इस तरह की कार्रवाई वहां की सेना (पाकिस्तान) की मदद के बिना करना संभव है."


'कर रहे लगाचार मदद'
जम्मू फ्रंटियर के आईजी डीके बूरा ने कहा कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए इंटेलिजेंस एजेंसी और सुरक्षा एजेंसियों लगातार मदद करते हैं. उन्होंने दावा किया कि सीमा पर ड्रोन एक्टिविटी  की समस्या बढ़ गई, लेकिन इससे निपटने के उपाय भी खोज लिए गए. उन्होंने बताया कि हमारे पास काफी संसाधन है. उन्होंने बताया कि बीएसएफ के पास काफी संसाधन है, इसलिए ड्रोन ड्रॉपिंग की घटनाएं जम्मू संभाग में कम हुई हैं. 


किया यह दावा
आईजी डीके बूरा ने दावा किया कि पंजाब में बीएसएफ हर दूसरे-तीसरे दिन ड्रोन को मार गिराती है. इससे यह साफ होता है कि हम तैयार हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 1 साल में सीमा पार से कई कोशिशें की गई, लेकिन बीएसएफ ने सीमा को सुरक्षित रखा.






आईजी डीके बूरा ने कहा कि इस साल जितने भी प्रयास बॉर्डर पर हुए उन्हें विफल किया गया. इस साल बीएसएफ ने सात घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया, जिनमें चार एके- 47 राइफल, सात पिस्टल और करीब 50 किलो हेरोइन बरामद की है.  


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