जम्मूः श्रीनगर में लगातार बारिश और ठंड के बीच आज दिल्ली में पकड़े गए तीन लोगों के परिवारों ने विरोध प्रदर्शन किया. परिवारों का आरोप है कि उनके बेगुनाह परिवार वालों को दिल्ली पुलिस फंसा रही है. दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाज़ी करते हुए परिवारों ने उनके परिजनों की रिहाई की मांग की है.

आम नागरिक बताया

दिल्ली में पकड़े गए तीन लोगों में सब से जायदा उम्र के 64 साल के मोहम्मद अयूब पठान के बेटे इदरीस पठान के अनुसार उनके पिता बडगाम के नस्लापुर इलाके में लकड़ी काटने की मशीन चलाते हैं. वह अपनी मशीन के लिए सामान लेने के लिए दिल्ली गए थे.

दिल्ली पुलिस ने नहीं दी सही जानकारी

अयूब की बेटी शगुफ्ता के अनुसार शनिवार के 11 बजे तक वह अपने पिता के साथ संपर्क में थे और उसके बाद उनका संपर्क टूट गया. उसके बाद दिल्ली पुलिस की तरफ से उनको फ़ोन आया जिस में पहले अयूब के मारे जाने की बात कही गयी, कुछ देर बाद फिर फ़ोन आया और उनके पकडे जाने की बात कही गई. शगुफ्ता का कहना है कि इसके बीद फिर से कॉल आया जिसमें उनके पिता के एनकाउंटर की बात कही गयी.

फसा रही है दिल्ली पुलिसः परिजन

परिवार का आरोप है कि रविवार को सुबह उनको पता चला कि अयूब और उसके दोनों साथी शबीर और रियाज़ को दिल्ली पुलिस किसी बड़ी साजिश के तेहत फंसा रही है. शगुफ्ता ने दिल्ली पुलिस से सवाल करते हुए कहा है कि 'क्या कोई कश्मीरी अब दिल्ली जा नहीं सकता है? और क्या हर कश्मीरी आतंकी है? दिल्ली पुलिस यह बताए कि 65 साल का इंसान किस तरह के AK-47 उठा सकता है?'

परिजनों की रिहाई की मांग

अयूब का परिवार, दिल्ली पुलिस से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिए पकडे गए परिजनों से बात करवाने और प्रदेश और पुलिस से जल्दी से उनके परिजनों की रिहाई करवाने की मांग कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने रविवार को शकरपुर ईलाके में एक मुठभेड के बाद पांच आतंकियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है और पकडे गए पांच लोगों में से तीन को कश्मीर आतंकी और दो को खालिस्तानी आतंकी होने का दावा किया है. दिल्ली पुलिस के अनुसार यह पांचों किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली में आये थे, लेकिन पुलिस के दावों पर सवाल भी उठ रहे हैं.

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