Indian Space Research Organization: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भारत के चंद्रमा मिशन के तीसरे संस्करण को जुलाई महीने में लॉन्च करने की योजना बना रहा है. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इसी महीने में पहले सूर्य मिशन को भी लॉन्च किया जा सकता है.


इसरो के अधिकारी बताया कि अंतरिक्ष एजेंसी जुलाई में चंद्रयान-3 लॉन्च करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. जिसके बाद आदित्य-एल1 को भी लॉन्च किया जाएगा. अधिकारी ने कहा, "हम इस वक्त सभी परीक्षण पूरे कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि हम समय पर टिक पाएंगे."


चंद्रयान -2 के दौरान...


साल 2019 में चंद्रयान -2 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था और चंद्र की कक्षा में डाला गया था. हालांकि, इसका लैंडर सॉफ्टवेयर गड़बड़ के चलते 6 सितंबर, 2019 को उतरने का प्रयास करते समय अपने प्रक्षेपवक्र से विचलित हो कर  चंद्रमा पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.


वहीं, चंद्रयान-3 में एक स्वदेशी लैंडर मॉड्यूल, एक रोवर शामिल है. लैंडर के पास सॉफ्ट लैंड करने और रोवर को तैनात करने की क्षमता होगी.


भारत का पहला वैज्ञानिक मिशन


वहीं, आदित्य-एल1 सूर्य का अध्ययन करने वाला भारत का पहला वैज्ञानिक मिशन है. इससे पहले, इस मिशन की कल्पना आदित्य-1 के रूप में की गई थी जिसमें 400 किग्रा वर्ग का उपग्रह एक पेलोड, वीईएलसी ले जा रहा था और पृथ्वी की 800 किमी निचली कक्षा में लॉन्च करने की योजना थी.


भारत बनेगा चौथा देश...


वहीं, भारत चंद्रमा से लेकर मंगल ग्रह पर यान भेजने में सफलता हासिल कर चुका है. अब सूर्य की बारी है. इस मिशन के पूरे होने पर सूर्य के पास अंतरिक्ष यान भेजने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन जाएगा. अब तक अमेरिका, जर्मनी, यूरोपीय स्पेस एजेंसी सूर्य पर अपना यान भेज चुकी हैं.


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