कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए लगी पाबंदियों की वजह से दो साल तक स्थगित रहने के बाद भारत से अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं का संचालन रविवार से फिर से शुरू हो गया. केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे अत्यंत महत्वपूर्ण दिन करार दिया. भारत से अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं का संचालन 23 मार्च 2020 से ही बंद था.


कोविड महामारी की पहली लहर आने के साथ इस पर रोक लगी थी और समय के साथ वह पाबंदी बढ़ती चली गई. हालांकि, कुछ देशों के साथ बायो-बबल व्यवस्था के तहत कोरोना काल में भी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित होती रहीं, लेकिन वह एक सीमित व्यवस्था थी. महामारी से बुरी तरह प्रभावित रहा विमानन उद्योग धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है और नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने से उसमें नई जान आने की संभावना है.


नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं को फिर शुरू करने की घोषणा


नागर विमानन मंत्रालय ने कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में कमी को देखते हुए 27 मार्च 2022 से नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं को फिर शुरू करने की घोषणा 08 मार्च, 2022 को की थी. सिंधिया ने रविवार को ग्वालियर में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, "आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है.....आज से सभी नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं पूरी क्षमता के साथ फिर से शुरू हो गई हैं. कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बायो-बबल व्यवस्था के तहत संचालित की जा रही थीं."


उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत के लोग विदेश जाने और विदेशी भारत आने के लिए उत्सुक हैं. इसके साथ ही उम्मीद है कि राजधानी दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआईए) पर अप्रैल के पहले हफ्ते से नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या तेजी से बढ़ेगी.


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