लोकसभा में नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा कि इंडिगो की उड़ान सेवाएं फिर से तेजी से बहाल हो रही हैं. उन्होंने बताया कि एयरलाइन ने अचानक अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ा दी थी, जिससे व्यवधान उत्पन्न हुआ. मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस लापरवाही की जिम्मेदारी तय की जाएगी. समस्या क्यों हुई? सरकार ने बताई वजहराज्यसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि यह स्थिति इंडिगो की आंतरिक संचालन प्रणाली, खासकर क्रू रोस्टरिंग सिस्टम और प्लानिंग में खामी की वजह से हुई है. उन्होंने कहा कि नियमों में बदलाव पहले से लागू थे और एयरलाइंस इससे अवगत थीं. 1 दिसंबर को इंडिगो से इस पर बैठक भी हुई, लेकिन उन्होंने किसी समस्या का जिक्र नहीं किया. सोमवार रात हुई समीक्षा बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्थिति गंभीर है, इसलिए मंत्रालय और DGCA लगातार निगरानी कर रहे हैं.

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बेंगलुरु और हैदराबाद से 180 उड़ानें रद्दइंडिगो की उड़ानों में व्यवधान आठवें दिन भी जारी रहा. मंगलवार को बेंगलुरु और हैदराबाद से करीब 180 उड़ानें रद्द कर दी गईं.

शीतकालीन कार्यक्रम में कटौती का निर्णयनागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा कि सरकार इंडिगो के शीतकालीन उड़ान कार्यक्रम में कटौती करेगी और उन्हें अन्य संचालकों को आवंटित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इंडिगो वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 2,200 उड़ानें संचालित कर रही है, जिन्हें निश्चित रूप से कम किया जाएगा.

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रद्द उड़ानों के लिए बड़ी राशि का भुगतानमंत्री ने बताया कि 1 से 8 दिसंबर तक रद्द किए गए 7,30,655 पीएनआर के लिए 745 करोड़ रुपये यात्रियों को दे दिए गए हैं. इसके अलावा, 9,000 यात्रियों के बैगों में से 6,000 बैग लौटाए जा चुके हैं और शेष बैग मंगलवार सुबह तक ग्राहकों को मिल जाएंगे.

DGCA ने उड़ानों में 5% कटौती का आदेश दियाविमानन सुरक्षा नियामक DGCA ने मंगलवार को कहा कि बड़े पैमाने पर व्यवधानों के बाद इंडिगो की उड़ान सेवाओं में 5 प्रतिशत की कटौती की गई है. सभी क्षेत्रों में कटौती की गई है, खासकर उच्च मांग वाले मार्गों पर. DGCA ने इंडिगो को बुधवार शाम पांच बजे तक नया संशोधित शेड्यूल प्रस्तुत करने का निर्देश भी दिया है.