Home Minister Reviewed Flood Preparedness Meeting: मानसून से पहले आपदा बचाव (Disaster Rescue) की तैयारियों की समीक्षा करते हुए गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने गृह मंत्रालय (Ministry Of Home Affairs) में महत्वपूर्ण बैठक करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि मौसम पूर्वानुमान से संबंधित दामिनी एप (Damini APP) को देश की सभी स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध कराएं. दामिनी एप 3 घंटे पहले बिजली गिरने की भी चेतावनी देता है जिससे जानमाल का नुकसान हो सकता है. इसीलिए उन्होंने संभावित आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 267  टीमें तैयार की गई हैं.

केंद्रीय गृह मंत्री ने आज गृह मंत्रालय में मानसून से पहले आपदा बचाव की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. इस बैठक में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के अलावा मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ एंड साइंसेज एनडीआरएफ इसरो और अन्य एजेंसियों के आला अधिकारी मौजूद थे.

समन्वय बेहतर करने का भी किया गया प्रयासइस महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश और केंद्रीय एजेंसियों में समन्वय बेहतर हो और आपदा के वक्त समय पर बचाव दल, घटनास्थल पर पहुंच सके ताकि नुकसान कम से कम हो आदि मुद्दो पर भी चर्चा की गई. केंद्रीय गृह मंत्री ने भारतीय मौसम विज्ञान विभाग और केंद्रीय जल आयोग जैसे विशेष संस्थानों को सलाह दी कि वे अधिक सटीक मौसम और बाढ़ पूर्वानुमान के लिए अपनी प्रौद्योगिकियों को बढ़ाने का काम जारी रखें.

उन्होंने एसएमएस टीवी एफएम रेडियो और अन्य माध्यमों के जरिए जनता को बिजली गिरने के बारे में चेतावनियों का समय पर प्रसारण करने का भी निर्देश दिया. बैठक में अमित शाह ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को बिजली गिरने की चेतावनी की सूचना जिला कलेक्टरों और पंचायतों तक पहुंचाने की व्यवस्था बनाने को कहा जिस से कम से कम जान माल का नुकसान हो. 

गृहमंत्री ने ऐप का प्रचार करने की भी कही बातगृहमंत्री ने मौसम पूर्वानुमान की जानकारी देने वाले इस ऐप का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करने को भी कहा. साथ ही दामिनी मौसम पूर्वानुमान संबंधी  मोबाइल ऐप का देश की सभी अन्य भाषाओं में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. यह एप तीन घंटे पहले बिजली गिरने की चेतावनी देता है जो जानमाल के नुकसान को कम करने में मदद कर सकता है.

बैठक के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री को बताया गया कि उनके द्वारा 15 जून 2021 को हुई बाढ़ समीक्षा बैठक के दौरान दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए विभिन्न विभागों ने नदियों में जलस्तर और बाढ़ की स्थिति की निगरानी शुरू कर दी है और अपनी रिपोर्ट नियमित तौर पर गृह मंत्रालय को भेज रहे हैं.

राज्यों को कितनी टीमें मुहैया कराई गई हैंबैठक के दौरान विभिन्न विभागों ने अपने अपने काम का विवरण केंद्रीय गृह मंत्री के सामने पेश किया. इस दौरान बताया गया कि एनडीआरएफ की 267 टीमें किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार की गई है. अब तक विभिन्न राज्यों द्वारा 67 एनडीआरएफ टीमों की मांग की गई थी जो उन्हें मुहैया करा दी गई है.

इसमे से 14 टीमों की तैनाती हो गई है. बैठक के दौरान अमित शाह ने जल शक्ति मंत्रालय और सीडब्ल्यूसी को बाढ़ सुरक्षा अधिनियम 2021 के प्रावधानों के तहत राज्य स्तर और बांध स्तर पर संस्थागत व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए पानी और बाढ़ को और कम करने और जानमाल के नुकसान को कम करने के लिए समय पर अग्रिम कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए.

भारत में कौन-कौन से हैं बाढ़ संभावित राज्यभारत में एक बड़ा क्षेत्र बाढ़ संभावित है जिसमें गंगा और ब्रह्मपुत्र मुख्य बाढ़ बेसिन हैं. असम, बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सबसे अधिक बाढ़ संभावित राज्य हैं. बैठक में लिए गए निर्णय देश के उन लाखों लोगों की तकलीफों को दूर और उन्हें कम करने में काफी सहायक सिद्ध होंगे. जिन्हें अपनी फसल, संपत्ति, आजीविका और अमूल्य जीवन पर बाढ़ के प्रकोप का सामना करना पड़ता है. 

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