Haryana Rajya Sabha Election: राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस (Congress) और भाजपा(BJP) के बीच खींचतान शुरू हो चुकी है. राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को क्रॉस वोटिंग (Cross Voting) का डर सताने लगा है. कांग्रेस पार्टी को क्रॉस वोटिंग से बचने के लिए रिजॉर्ट पॉलिटिक्स का सहारा लेना पड़ रहा है. क्रॉस वोटिंग के खतरे के कारण कांग्रेस के सभी विधायकों को दिल्ली बुलाया गया है. जहां से उन्हें एक प्राइवेट चार्टर्ड विमान से छत्तीसगढ़ भेजा गया है, जहां वे सभी एक होटल नुमा रिजॉर्ट में ठहरेंगे. 


हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपेंद्र हुड्डा (Deepender Hooda) को सभी विधायकों को इकट्ठा रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. दिल्ली एयरपोर्ट पर कांग्रेस विधायकों (Congress MLAs) की अगुवाई कर रहे दीपेंद्र हुड्डा ने बताया कि ये सभी शिविर अटेंड करेंगे. जहां तक राज्यसभा चुनाव को लेकर आंकड़ों का सवाल है कांग्रेस के आवश्यकता से अधिक नंबर हैं. उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस की बजाय उनकी सहयोगी जेजेपी और निर्दलीय विधायकों के बारे में सोचना चाहिए जो उन्हें स्पोर्ट कर रहे हैं. 


आपको बता दें कि कांग्रेस ने हरियाणा से अजय माकन को राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस इस बार पहले से ही सचेत दिख रही है. दरअसल, साल 2016 के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस विधायकों के पेन की स्याही बदलने के कारण उनके 16 वोट निरस्त हो गए थे. कांग्रेस के पास 31 विधायक हैं जो किसी भी कांग्रेसी उम्मीदवार की जीत के लिए काफी है. लेकिन कांग्रेस को केवल क्रॉस वोटिंग का खतरा सता रहा है.


इसलिए बढ़ी कांग्रेस की टेंशन


दरअसल, हरियाणा राज्यसभा चुनाव में मीडिया दिग्गज कार्तिकेय शर्मा (Kartikeya Sharma) के आने से कांग्रेस की टेंशन बढ़ गई है. कार्तिकेय शर्मा ने हरियाणा में निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ने का एलान किया है. बीजेपी और उनकी सहयोगी पार्टी जेजेपी (JJP) ने कार्तिकेय शर्मा को समर्थन देने का एलना किया है. जिसके बाद कांग्रेस (Congress) की मुश्किलें बढ़ सकती है. लिहाजा पार्टी ने अपने सभी विधायकों को दिल्ली तलब किया. हांलाकि कांग्रेस के 31 में से 28 विधायक ही दिल्ली पहुंचे हैं. कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi), किरण चौधरी और चिरंजीव राव दिल्ली नहीं आए. जिस पर कांग्रेस का कहना है कि उसके सभी विधायक एकजुट हैं. सभी विधायक आलाकमान के संपर्क में हैं और कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन (Ajay Maken) के पक्ष में ही वोटिंग करेंगे.