NIA chargesheets: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार (17 मई) को पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों से जुड़े भारतीय नौसेना जासूसी मामले में एक और व्यक्ति के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है. एनआईए ने अपने चार्जशीट में कहा कि इस मामले में अमान सलीम शेख आरसी मुख्य आरोप है, जो जिसमें रक्षा प्रतिष्ठानों के संबंध में गुप्त जानकारी इकट्ठा के लिए भारतीय नौसेना कर्मियों को हनी ट्रैप में फंसाने के लिए पाकिस्तान एजेंटों से मिला हुआ था.
एनआईए ने मुंबई के रहने वाले अमान नाम के शख्स पर आईपीसी और यूए(पी) एक्ट के कई धाराओं के तहत आरोप लगाया है. एजेंसी ने विशाखापत्तनम में एनआईए की विशेष अदालत में आरोप पत्र दायर किया.
नौसेना जासूसी मामले में NIA ने एक और आरोपपत्र दाखिल किया
एनआईए ने नौसेना जासूसी केस पिछले साल 5 जून को जांच का जिम्मा संभाला था. एनआईए ने जांच के दौरान पाया कि अमान शेख देश विरोध साजिश को अंजाम देने के लिए एक संदिग्ध पाकिस्तानी एजेंट उस्मान के साथ मिलकर काम कर रहा था. वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों की ओर से सौंपे गए काम को पूरा करने के लिए क्रिप्टो चैनलों के माध्यम से पैसे लेता था. उसे यह क्रिप्टो चैनल मीर बालाज खान, अल्वेन और कुछ अन्य संदिग्ध पाकिस्तानी गुर्गे उपलब्ध कराते थे.
NIA आगे की जांच-पड़ताल में जुटी
बता दें कि, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इससे पहले, 6 नवंबर, 2023 को इस मामले में दो आरोपियों मनमोहन सुरेंद्र पांडा और अल्वेन के खिलाफ के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था. हालांकि, आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में काउंटर इंटेलिजेंस सेल पुलिस स्टेशन में शुरू में दर्ज मामले में फिलहाल आगे की जांच जारी है.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि, जांच एजेंसी एनआईए ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि जांच ऐजेंसी ने शेख को पिछले साल 20 नवंबर को मुंबई से गिरफ्तार किया था. आतंकवाद रोधी एजेंसी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एनआईए की स्पेशल कोर्ट में बीते गुरुवार को शेख के खिलाफ विभिन्न धाराओं और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत पूरक आरोप पत्र दायर किया था.
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