पाकिस्तान की तरफ से भारत पर आरोप लगाते हुए कहा गया था कि, भारत की तरफ से उनके देश की सीमा में एक सुपरसोनिक मिसाइल दागी गई, ये मिसाइल पाकिस्तान की सीमा के करीब 124 किमी अंदर गिरी. जिसे पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम ने ट्रेस किया था. अब भारत की तरफ से इस मामले को लेकर जवाब दिया गया है. जिसमें भारत ने माना है कि मिसाइल दागी गई थी. 


भारत सरकार ने दिए जांच के आदेश


रक्षा मंत्रालय के बयान के मुताबिक, भारत सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और एक उच्च स्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी (जांच) के आदेश दे दिए हैं. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस बारे में जानकारी मिली है कि ये मिसाइल पाकिस्तान में जा गिरी थी. यह घटना बेहद खेदजनक है लेकिन राहत की बात ये है कि हादसे में किसी की जान नहीं गई. रक्षा मंत्रालय ने हालांकि ये नहीं बताया कि ये कौन सी मिसाइल थी और कहां से दागी गई थी, लेकिन बयान में ये जरूर कहा गया कि नियमित रख-रखाव के दौरान तकनीकी खराबी के चलते मिसाइल अचानक फायर हो गई थी. माना जा रहा है कि ये ब्रह्मोस मिसाइल थी और हरियाणा के सिरसा एयर बेस से फायर की गई थी. सिरसा में भारतीय वायुसेना का एक अहम एयर बेस है.


पाकिस्तान ने लगाए थे गंभीर आरोप
आपको बता दें कि पाकिस्तान के मियां चन्नू में जहां ये सुपरसोनिक मिसाइल जाकर गिरी थी वो आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर के बहावलपुर स्थित घर से महज़ 160 किलोमीटर की दूरी पर है. बुधवार को जब ये मिसाइल पाकिस्तान में गिरी थी तो वहां हड़कंप मच गया था. गुरूवार को पाकिस्तान सेना की मीडिया विंग के डीजी ने पाकिस्तानी वायुसेना के एयर वाइस मार्शल रैंक के अधिकारी के साथ एक बड़ी प्रेस कांफ्रेंस कर भारत पर गंभीर आरोप लगाए थे. शुक्रवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को इस घटना को लेकर तलब भी किया था. पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस मिसाइल को लेकर पीएम मोदी पर भी हमला बोला है.


पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग, आईएसपीआर यानि इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशन ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया था कि 9 मार्च को भारत के सिरसा से पाकिस्तान के मिया-चन्नू इलाके में एक सुपरसोनिक मिसाइल दागी गई थी. आईएसपीआर के डीजी, मेजर जनरल बब्बर इफ्तेकार ने हालांकि खुद साफ कर दिया था कि इस फ्लाइंग-ओब्जेक्ट में कोई वॉर-हेड (यानी बारूद इत्यादि) नहीं था और कोई ज्यादा नुकसान भी नहीं हुआ था. लेकिन इंटरनेशनल एयरोस्पेस सेफ्टी प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए पाकिस्तानी सेना ने इसे लापारवाही का उदाहरण दिया था.


मिसाइल को किया गया था ट्रैक
आईएसपीआर के डीजी के मुताबिक, पाकिस्तानी एयर-डिफेंस एजेंसी ने भारत की इस सुपरसोनिक मिसाइल का रूट तक ट्रैक किया था जो सिरसा के करीब से राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज की तरफ से होती हुई दोनों देशों की सीमा पार कर बहावलपुर के करीब मियां चुन्नू इलाके में जाकर गिरी थी. आईएसपीआर की प्रेस कांफ्रेंस में पाकिस्तानी वायुसेना का एक एयर वाइस मार्शल रैंक के अधिकारी ने स्क्रीन पर भारत के प्रोजेक्टाइल का रूट भी दिखाया था. इस मिसाइल ने भारत की सीमा में करीब 200 किलोमीटर की दूरी तय की थी और फिर 124 किलोमीटर अंदर पाकिस्तान में जाकर गिरी थी. ये मिसाइल करीब 40 हजार फीट की ऊंचाई से नीचे आकर गिरी थी.


गौरतलब है कि पाकिस्तान के बहावलपुर से मियां चन्नू की दूरी करीब 160 किलोमीटर है. में आतंकी संगठन, जैश ए मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर का घर है. जैश पर ही साल 2019 में कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने का आरोप लगा था. इस हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने जैश के पाकिस्तान स्थित बालाकोट ट्रेनिंग कैंप पर एयर-स्ट्राइक कर तबाह कर दिया था.


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