India COVID-19 News: चीन समेत दुनिया के तमाम बड़े देशों में कोरोना का हाहाकार मचा हुआ है. तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए अब भारत में भी तमाम तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. हालांकि इसके बावजूद लगातार विदेशों से आने वाले यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. जिसे लेकर अब केंद्र सरकार की तरफ से जानकारी सामने आई है. सरकार के सूत्रों के मुताबिक कोरोना के खतरनाक वेरिएंट BF.7 के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं. इसके अलावा ये भी बताया गया है कि किन देशों के यात्रियों के लिए जल्द एयर सुविधा गाइडलाइन जारी हो सकती है. 


सरकारी सूत्रों की तरफ से एयरपोर्ट पर होने वाली टेस्टिंग को लेकर भी जानकारी दी गई है. जिसमें बताया गया है कि कुल 6 हजार लोगों की जांच में अब तक 39 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. 26 और 27 दिसंबर को ये टेस्ट किए गए थे. सभी पॉजिटिव यात्रियों को आइसोलेशन में भेज दिया गया है और उनके सैंपल लैब में भेजे जा रहे हैं. 


इन देशों के लिए होगी 'एयर सुविधा' गाइडलाइन
केंद्र सरकार के सूत्रों के मुताबिक कोरोना के खतरे को देखते हुए चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग, थाईलैंड और सिंगापुर से आने वाले यात्रियों के लिए जल्द ही 'एयर सुविधा' गाइडलाइन लागू हो सकती है. इन देशों से आने वाले लोगों को RT-PCR टेस्ट जरूरी होगा. एयरपोर्ट पर तैयारी की जांच के लिए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया गुरुवार 29 दिसंबर को एयरपोर्ट जाएंगे. जहां हर स्तर की तैयारी का जायजा लिया जाएगा. 


क्या है एयर सुविधा गाइडलाइन
दरअसल दो साल पहले जब कोरोना की शुरुआत हुई थी और तेजी से मामले सामने आए थे तो भारत सरकार की तरफ से विदेशी यात्रियों के लिए तमाम तरह की गाइडलाइन जारी की गई. जिनमें एयर सुविधा पोर्टल भी शामिल था. इस पोर्टल में यात्रियों को एक फॉर्म भरना अनिवार्य होता है, जिसमें उन्हें अपनी यात्रा को लेकर तमाम जानकारी देनी होती है. इस फॉर्म को भरने के बाद ही यात्रियों को बोर्डिंग पास इश्यू होता था. 


सरकारी सूत्रों ने बताया कि जिस स्तर की हमारी तैयारी है, वो डेल्टा वायरस की लहर जैसी लहर से निपटने में पर्याप्त है. हमारी वैक्सीन ओमिक्रोन वायरस से निपटने में दुनिया में सबसे ज़्यादा प्रभावशाली साबित हुई है. देश मे कल 20 हजार अस्पतालों में मॉकड्रिल हुई. जिसमें 15 हजार सरकारी और बाकी प्राइवेट अस्पताल शामिल थे. 


जनवरी का महीना काफी अहम
नेजल वैक्सीन को लेकर जानकारी देते हुए बताया गया कि इस वैक्सीन को मार्केट में आने में अभी करीब एक महीना लगेगा. मास्क को लेकर कहा गया कि इस बार मास्क लगाना अनिवार्य बनाए जाने की संभावना नहीं है. भारत में कोरोना के मामले जरूर बढ़ सकते हैं, लेकिन मौतों की संख्या में ज्यादा इजाफा होने की आशंका नहीं है. ट्रेंड बताता है कि पूर्वी एशिया से शुरू होने के बाद भारत पहुंचने में वायरस को 35 से 40 दिन लगते हैं. इस हिसाब से जनवरी का महीना काफी अहम है. 


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