I.N.D.I.A. Alliance Inside Story: दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में मुख्य बात तो सीट बंटवारे का काम जल्द खत्म करने पर हुई, लेकिन सबसे बड़ी खबर बनी ममता बनर्जी का वो प्रस्ताव जिसमें उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को विपक्षी गठबंधन के पीएम उम्मीदवार के तौर पेश करने का सुझाव दिया. ममता की बात का अरविंद केजरीवाल ने समर्थन किया. हालांकि, खुद खरगे ने साफ किया कि पीएम उम्मीदवार चुनाव के बाद ही तय किया जाएगा, जब बहुमत मिल जाए. 



इंडिया गठबंधन की बैठक में ममता बनर्जी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे अनुभवी नेता हैं और दलित समाज से आते हैं. ऐसे में उन्हें पीएम उम्मीदवार घोषित करना चाहिए. ममता के प्रस्ताव के बाद अब अघोषित रूप से ही सही, लेकिन खरगे का नाम इंडिया गठबंधन के चेहरे के तौर पर उभर गया है. अगला लोकसभा चुनाव मुख्य रूप से पीएम नरेंद्र मोदी और खरगे के चेहरे के बीच ही लड़ा जाएगा.  


नीतीश कुमार को रेस से बाहर करने के लिए रखा प्रस्ताव?


सूत्रों के मुताबिक इंडिया गठबंधन में शामिल कुछ नेताओं का मानना है कि ममता ने नीतीश कुमार को पीएम पद की रेस से बाहर करने के लिए खरगे का नाम आगे बढ़ाया. ममता के इस प्रस्ताव से ज्यादातर नेता मन ही मन में चकित रह गए . इसके बाद नीतीश कुमार के नाराज होने के कयास भी लग रहे हैं. हालांकि बैठक में नीतीश ने खुद कहा कि वो किसी रेस में नहीं हैं. 


नहीं दिखी शुरुआती बैठकों जैसी गर्मजोशी!


सूत्रों के मुताबिक 19 दिसंबर को हुई इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में नेताओं के बीच पहले वाली गर्मजोशी की कमी महसूस हो रही थी. कहीं ना कहीं इसकी वजह हालिया विधानसभा चुनाव के दौरान घटक दलों के बीच पनपा मतभेद था. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा गठबंधन नहीं करने को लेकर समाजवादी पार्टी ने सवाल भी उठाया जिस पर खरगे ने बीती बात भुलाने की अपील की. 


सीट शेयरिंग पर निकला ये फॉर्मूला


इंडिया गठबंधन की बैठक में तय हुआ कि जनवरी के मध्य तक सीट बंटवारा पूरा कर लिया जाए और जनवरी के अंत से देश भर में सभाएं आयोजित की जाए. कांग्रेस द्वारा बीएसपी को इंडिया गठबंधन में लाने के कयासों के बीच समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने कांग्रेस को साफ संदेश दे दिया कि एसपी किसी भी हालत में बीएसपी के साथ नहीं जाएगी. 


प्रियंका गांधी को पीएम मोदी के सामने लड़ना चाहिए चुनाव


वहीं ममता बनर्जी ने एक और अहम प्रस्ताव देते हुए कहा कि प्रियंका गांधी को पीएम मोदी के खिलाफ बनारस से चुनाव लड़ना चाहिए. 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन की चर्चा करते हुए इंडिया गठबंधन के कुछ दलों ने कहा कि इसको लेकर बीजेपी ध्रुवीकरण करेगी, जिससे सावधान रहने की जरूरत है. 


अरविंद केजरीवाल और तेजस्वी यादव जैसे नेताओं ने कहा कि बीजेपी से मुकाबले के लिए नई रणनीति बनानी होगी. सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी ने जोर देकर कहा कि बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस को सीट बंटवारे में सभी क्षेत्रीय दलों को पर्याप्त जगह देनी चाहिए. 


बैठक में ईवीएम का मुद्दा भी उठा और प्रस्ताव पारित किया गया कि वीवीपैट की गिनती बैलट पेपर की तरह की जाए. राहुल गांधी ने पूछा कि क्या यहां कोई भी ऐसा नेता है, जिसे ईवीएम से समस्या ना हो? 


संसद से बड़ी संख्या में विपक्षी सांसदों के निलंबन की इंडिया गठबंधन में शामिल दलों ने निंदा की और 22 दिसंबर को देश भर में प्रदर्शन करने का एलान किया.


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