Buddhists Population By 2025: देश की राजधानी दिल्ली के करोल बाग में स्थित अंबेडकर भवन में पिछले हफ्ते एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में बौद्ध धर्म की दीक्षा दिलाई (Deeksha of Buddhism) गई थी. इसका आयोजन मिशन जय भीम (Mission Jai Bheem) और बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया की ओर से किया गया था. दावा किया गया कि इसमें 10 हजार से अधिक लोग दीक्षा कार्यक्रम में शामिल हुए. बड़ी संख्या में लोगों ने हिंदू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म को अपनाया. 


हिंदू धर्म को छोड़कर बौद्ध धर्म को अपनाने को लेकर राजेंद्र पाल गौतम ने शपथ दिलाई थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि हम हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करेंगे. जिसके बाद विवाद काफी बढ़ गया था और उन्हें दिल्ली सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था.


2025 तक देश में होंगे 10 करोड़ बौद्ध?


पिछले साल अगस्त में स्थापित एक समूह 'मिशन जय भीम' पिछले हफ्ते 'सामूहिक धर्मांतरण' कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था. मिशन जय भीम के सचिव ईश्वर सिंह ने कहा था कि इस तरह की घटनाएं पूरे भारत में हर साल होती हैं. मिशन जय भीम साल 2025 तक 10 करोड़ लोगों को बौद्ध धर्म की मूल संस्कृति से जोड़ने की योजना के साथ आगे बढ़ रहा है. समूह की वेबसाइट के मुताबिक 14 सितंबर 2025 को एक अखिल भारतीय मेगा इवेंट के साथ मिशन का नेतृत्व करने के लिए देश भर के बौद्ध भिक्षुओं की एक टीम बनाई जा रही है.


पिछले हफ्ते दिलाई गई थी दीक्षा


पिछले साल अगस्त में बने संगठन ने 5 अक्टूबर को दिल्ली में एक दीक्षा समारोह आयोजित किया था. इसमें ये दावा किया गया कि 10,000 लोगों ने इसमें हिस्सा लिया. आम आदमी पार्टी के नेता राजेंद्र पाल गौतम के इस आयोजन में भाग लेने पर विवाद बढ़ गया था. बीजेपी ने आरोप लगाया था कि वो हिंदू धर्म की निंदा कर रहे थे. बाद में उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.


2011 की जनगणना के मुताबिक कितनी संख्या?


बौद्ध सोसायटी ऑफ इंडिया (Buddhist Society of India) के दिल्ली के अध्यक्ष सीएस भंडारी ने मीडिया को बताया कि अंबेडकर से जुड़ी कई संस्थाएं दीक्षा कार्यक्रमों का आयोजन करती है. कार्यक्रम के दौरान राजेंद्र गौतम (Rajendra Pal Gautam) समेत वहां मौजूद लोगों ने हिंदू धर्म त्यागने सहित 22 शपथ ली थी. 


भंडारी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में दीक्षा लेने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. अकेले दिल्ली में पिछले कुछ सालों में लाखों लोग धर्मांतरित हुए हैं. बता दें कि जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक भारत में बौद्ध आबादी (Buddhists Population) 1991 में 64 लाख से बढ़कर 2011 में 84 लाख हो गई है.


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