Independence Day 2023: देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपना 10वां भाषण दिया. इस दौरान प्रधानमंत्री करीब 90 मिनट तक देशवासियों को संबोधित करते रहे. लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भाषण देने के मामले में पीएम मोदी देश के तमाम प्रधानमंत्रियों से आगे निकल चुके हैं, पिछले 10 भाषणों की तुलना करें तो औसतन पीएम मोदी 82 मिनट बोलते हैं, जो किसी भी पिछले प्रधानमंत्री से काफी ज्यादा है. 


2015 में दिया सबसे लंबा भाषण
पीएम मोदी से पहले पूर्व प्रधानमंत्री आईके गुजराल ने लाल किले से 1997 में 71 मिनट के का सबसे लंबा भाषण दिया था. जिसके बाद पीएम मोदी ने 2015 में इस रिकॉर्ड को तोड़कर 88 मिनट का भाषण दे दिया था. इसके अगले साल यानी 2016 में पीएम मोदी ने सबसे लंबा 94 मिनट का भाषण दिया. इसके बाद 2017 में 56 मिनट का संबोधन रहा, जो पीएम मोदी का लाल किले से दिया गया अब तक का सबसे छोटा भाषण है. 


पीएम मोदी के बीते सालों के भाषण
साल 2018 में 83 मिनट, 2019 में 92 मिनट, 2020 में 86 मिनट, 2021 में 88 मिनट, 2022 में 82 मिनट और अब 2013 के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने कुल 90 मिनट का भाषण दिया है. इन तमाम भाषणों में पीएम मोदी ने देश के तमाम मुद्दों का जिक्र किया और साथ ही अपनी सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया. 


किसके नाम कैसा रिकॉर्ड
अगर आजादी से लेकर अब तक की बात करें तो प्रधानमंत्रियों के भाषण का समय काफी ज्यादा बढ़ा है और लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जवाहरलाल नेहरू ने 1947 में बतौर प्रधानमंत्री लाल किले से पहला भाषण दिया था, जो सिर्फ 24 मिनट का था. नेहरू के नाम ही सबसे ज्यादा (17) स्वतंत्रता दिवस के भाषण देने का रिकॉर्ड भी है. सबसे छोटे भाषणों की अगर बात करें तो नेहरू के बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और डॉ मनमोहन सिंह ने क्रमश: 25 मिनट और 32 मिनट के भाषण दिए थे. 


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