दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है और इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है. जिसका प्रभाव तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों पर पड़ सकता है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार (27 नवंबर) को कहा कि चक्रवात सेन्यार निकोबार द्वीप समूह के सबसे उत्तरी द्वीप कार निकोबार से 850 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में है और शाम तक इसके कमजोर होकर दबाव में तब्दील होने की उम्मीद है.

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क्या है चक्रवात दित्वाआईएमडी के अनुसार एक अन्य मौसम प्रणाली दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिण-पूर्व श्रीलंका और भूमध्य रेखीय हिंद महासागर के आस-पास के क्षेत्रों में विकसित हो रही है. आईएमडी के ताजा अपडेट के मुताबिक गुरुवार को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और श्रीलंका के तट से सटे हुए गहरे दबाव के क्षेत्र के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों में एक चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. अगर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना नवीनतम अवदाब चक्रवाती तूफान में बदल जाता है तो इसे चक्रवात दित्वा कहा जाएगा.

आईएमडी ने जारी किया अलर्टआईएमडी ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे श्रीलंका तट पर बना दबाव पिछले 6 घंटों के दौरान 8 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ा है. इसके अगले 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. इसके बाद अगले 48 घंटों के दौरान बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और श्रीलंका तट से सटे उत्तर पश्चिम की ओर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ने की संभावना है.

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मलेशिया की ओर बढ़ रहा सेन्यारइस बीच चक्रवाती तूफ़ान सेन्यार मलक्का जलडमरूमध्य में उभरा है, जो मलेशिया और इंडोनेशियाई द्वीप सुमात्रा के बीच स्थित एक संकरी जलधारा है, जिसके दक्षिण-पूर्वी छोर पर सिंगापुर स्थित है. मलक्का जलडमरूमध्य का उत्तर-पश्चिमी छोर सीधे अंडमान सागर में खुलता है. मलेशियाई समाचार पोर्टल एनएसटी के अनुसार, चक्रवात सेन्यार भारतीय क्षेत्र से दूर चला गया है और कथित तौर पर मलेशिया की ओर बढ़ रहा है जो सुमात्रा के पास है. 

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