नई दिल्ली: मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने विश्वविद्यालयों से कहा है कि वे इस बात का अध्ययन करें कि 1918 में स्पेनिश फ्लू की महामारी का मुकाबला भारत ने कैसे किया और अर्थव्यवस्था का प्रोत्साहित करने के लिए क्या कदम उठाए गए थे. मंत्रालय ने विश्वविद्यालयों को रिसर्च टीम गठित कर परिसर के आसपास के गांवों में कोविड-19 को लेकर जागरूकता के स्तर के अध्ययन की सलाह दी है.


विश्वविद्यालयों से संवाद में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "मानव संसाधन विकास मंत्री की इच्छा है कि विश्वविद्यालयों को इस बात का अध्ययन करना चाहिए कि भारत ने 1918 की महामारी का कैसे सामना किया और महामारी के बाद अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए क्या कदम उठाए."


अधिकारी ने कहा, "उनकी यह इच्छा भी है कि भारत के विश्वविद्यालय और संस्थानों को परिसर के आसपास या उनके द्वारा चिह्नित पांच-छह गांवों का अध्ययन करना चाहिए कि कैसे वे कोविड-19 का मुकाबला कर रहे हैं. अध्ययन इस बात पर केंद्रित होनी चाहिए कि गांवों में जागरूकता का स्तर क्या है और वे कैसे कोविड-19 की वजह से उत्पन्न चुनौतियों का सामना कर रहे हैं." मंत्रालय शिक्षण संस्थाओं को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में रिसर्च के जरिए मदद के लिए प्रोत्साहित कर रहा है.


गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 के 26,496 मामले सामने आए हैं, जिनमें 824 लोगों की मौत हो चुकी है. शुक्रवार से शनिवार शाम (24 घंटे में) तक संक्रमण से 56 लोगों की मौत हुई है.


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