Survey On Higher Education: देश में हायर एजुकेशन (Higher Education) को लेकर छात्रों का रुझान तेजी से बढ़ा है. खास बात यह है कि इसमें हायर एजुकेशन इंस्टीटूशन में अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के छात्रों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिला है. हायर एजुकेशन पर लेटेस्ट ऑल इंडिया सर्वे (AISHE) की रिपोर्ट सामने आई है. इससे पता चलता है कि भारत में एसटी छात्रों के रजिस्ट्रेशन में लगभग 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी है. 


शिक्षा मंत्रालय की तरफ से हर साल किए जाने वाले इस सर्वे में छात्रों के एनरोलमेंट और हायर एजुकेशन को लेकर एक अच्छी तस्वीर सामने आई है. सर्वे के मुताबिक साल 2020-21 में कुल 4.14 करोड़ छात्रों ने उच्च शिक्षा संस्थानों में रजिस्ट्रेशन कराया. यह आंकड़ा पहली बार 4 करोड़ के पार गया. इसमें 14.2 प्रतिशत अनुसूचित (SC) जाति के हैं, 5.8 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति (ST) के हैं. वहीं 35.8 प्रतिशत ओबीसी (OBC) से हैं और बाकी 44.2 प्रतिशत छात्र अन्य समुदायों से हैं. 


सर्वे में क्या रहे आंकड़े?



  • अनुसूचित जाति (SC)- 2014-15 से 2020-21 तक अनुसूचित जाति (SC) के छात्रों का नामांकन 27.98 प्रतिशत बढ़ा है. 2014-15 में 46.06 लाख अनुसूचित जाति के छात्रों को उच्च शिक्षा संस्थानों में नामांकित किया गया था और 2020-21 में यह संख्या 58.95 लाख हो गई है. 

  • अनुसूचित जनजाति (ST)- अनुसूचित जनजाति में शामिल छात्रों का नामांकन 2014-15 में 16.41 लाख से बढ़कर 2020-21 में 24.1 लाख छात्रों तक पहुंच गया है, जिसमें 47 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 

  • पिछड़ा वर्ग (OBC)- रिपोर्ट में कहा गया है 2020-21 में ओबीसी छात्रों का नामांकन लगभग 1.48 करोड़ है, ये साल 2014-15 की तुलना में 31.67 प्रतिशत बढ़ा है. 

  • कुल छात्र नामांकन- साथ ही 2020-21 में कुल छात्र नामांकन 4.14 करोड़ था, जो 2019-20 से 7.5 प्रतिशत और 2014-15 से 21 प्रतिशत ज्यादा रहा. छात्रों की कुल संख्या में 51.3 प्रतिशत पुरुष और 48.7 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं. 

  • ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो (GER)- हायर एजुकेशन में सकल नामांकन अनुपात यानी ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो (GER) भी 27.3 फीसदी पर पहुंच गया है. जीईआर कुल जनसंख्या में कॉलेज जाने वाले 18-23 वर्षीय वयस्कों का अनुपात है. इसकी गणना 2011 की जनगणना के अनुसार की गई है. 


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