भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 20 से 22 अप्रैल तक पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और उत्तर पश्चिमी मैदानी भागों के कुछ हिस्सों में व्यापक बारिश और गरज के साथ बारिश होने की संभावना है. बारिश व बूंदाबांदी का जो सिलसिला 14 अप्रैल से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र (जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड) में शुरू हुआ, उसके अगले 24 घंटों के दौरान काफी कम होने की संभावना है.


पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव


20 अप्रैल से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में, 20 से 22 अप्रैल के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में काफी व्यापक वर्षा या बर्फबारी होने की संभावना है. इसी दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों पर गरज के साथ हवाओं के चलने व छिटपुट बारिश होने की संभावना है. 20 अप्रैल को इन्हीं इलाकों में ओलावृष्टि की भी संभावना है. 21 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश की संभावना है.


राजस्थान में चल सकती है धूल भरी आंधी


इसके अलावा 20 अप्रैल को राजस्थान में धूल भरी आंधियां भी चल सकती हैं. पश्चिम बंगाल में बंगाल की खाड़ी से मिलने वाली नमी से असम के मध्य भागों में एक कम दबाव का क्षेत्र और एक चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के कारण, अगले दो दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में व्यापक बारिश की संभावना है. अरुणाचल प्रदेश में भी अगले दो दिनों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. इस दौरान पूरे क्षेत्र में तेज हवाओं और गरज के साथ वर्षा की संभावना भी है.


हालांकि दिल्ली में तापमान में कोई विशेष बदलाव होने की संभावना नहीं है. 22 अप्रैल तक अधिकतम तापमान 37-38 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.


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