MP Heavy Rainfall: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में भारी बारिश से लोगों को राहत नहीं मिलती दिख रही है. मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 39 जिलों में भारी बारिश के चलते अलर्ट जारी किया है. जबकि भोपाल सहित 8 जनपदों के स्कूलों में छुट्टी करा दी गई है. भोपाल के बड़े तालाब में समंदर जैसी लहरें उठती हुई दिखाई दी हैं. इससे पहले सोमावर को भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन संभाग के जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया था. जबकि रीवा, नर्मदापुरम, डिंडोरी, कटनी, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, खंडवा, धार, देवास आदि जिलों में येलो अलर्ट जारी किया था.


मौसम विभाग ने भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, रतलाम, नीमच और मंदसौर समेत 39 जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. भोपाल के बड़े तालाब में समंदर जैसी लहरें उठ रही हैं. हालाकिं सोमवार को इन लहरों के बीच बतखों की अठखेलियां देखने को मिलीं. लगातार बारिश के चलते नर्मदापुरम प्रशासन ने सोमवार को सभी स्कूल बंद रखने का फैसला किया. जिलाधिकारी नीरज कुमार सिंह ने कहा, ‘भारी बारिश के मद्देनजर नर्मदापुरम जिले के सभी स्कूलों में आज अवकाश रहेगा.’ मौसम विज्ञान विभाग ने भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, रतलाम, नीमच और मंदसौर सहित 39 जिलों में भारी बारिश के चलते रेड अलर्ट घोषित किया. विभाग ने इंदौर, ग्वालियर, धार और खरगोन सहित बारह जिलों में मध्यम बारिश की घोषणा की है.


हाई अलर्ट पर है नर्मदापुरम प्रशासन


नर्मदापुरम का प्रशासन हाई अलर्ट पर है, क्योंकि नर्मदा नदी उफान पर है. जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. मूसलाधार बारिश के चलते कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. जबकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी विभिन्न जिलों की स्थिति का संज्ञान लिया है. बढ़ते जलस्तर को स्थिर करने के लिए विभिन्न बांधों के अधिकांश गेट खोल दिये गए हैं. शिवराज सिंह चौहान ने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार राज्य में बांधों के माध्यम से पानी के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए प्रयास कर रही है.


इन जिलों में दिखा सबसे ज्यादा प्रकोप


डिडौंरी में दस फीट ऊंचे मंदिर पानी में समा गए हैं. नर्मदा के घाट पानी में डूब गए हैं. चित्रकूट में घाटों पर होमगार्ड के जवान तैनात किये गए हैं. दुकानों में पानी घुसने लगा है. प्रशासन लोगों को बाहर निकाल रहा है. रायसेन में सात सैलानी पिकनिक मनाते हुए फंस गए थे. दो घंटे की मशक्कत के बाद इन्हें बचाया गया है. पूरे प्रदेश की नदियों का यही हाल है. जबलपुर में अमर कंटक नेशनल हाइवे पर बना पुल पानी में समा गया. इससे छत्तीसगढ़ पहुंचने का रास्ता बंद हो गया. सतना जिले में भी काफी दिक्कत है. मंदाकिनी का जलस्तर बढ़ने से लोगों का संपर्क टूट गया है. नदी खतरे का निशान को पार कर चुकी है. कई गांव से संपर्क टूटा है.


इन जिलों में स्कूल को किया गया बंद


मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल, जबलपुर और नर्मदापुरम समेत कुल 8 जिलों में स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया गया. इससे पहले मौसम विभाग के मुताबिक रविवार की रात साढ़े आठ बजे तक जबलपुर में 126 एमएम, भोपाल में 103 एमएम, भोपाल शहर में 53.6 एमएम, गुना में 109 एमएम, सागर में 69 एमएम, सतना में 32 एमएम, ग्वालियर में छह एमएम और इंदौर में भारी बारिश हुई है.


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