Varanasi Gyanvapi Mosque: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार (5 फरवरी) को सुनवाई होने वाली है. देश की शीर्ष अदालत में वजूखाने के सर्वे की मांग वाली अर्जी दायर की गई है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की जाएगी. वाराणसी जिला अदालत की तरफ से पहले ही ज्ञानवापी परिसर के तहखाने में पूजा-अर्चना की इजाजत दे दी गई है. मुस्लिम पक्ष ने इस पर आपत्ति जताई थी. 


हिंदू पक्ष की तरफ से अर्जी में वजूखाना और आसपास के सील एरिया में एएसआई से वैज्ञानिक सर्वे करवाने की गुहार लगाई गई है. अदालत 10 तहखानों की भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई से सर्वेक्षण करवाने की मांग पर भी सुनवाई करने वाला है. ज्ञानवापी में मौजूद जिन खंभों का एएसआई ने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है, वो पुराने हैं. इन खंभों पर प्लास्टर भी किया गया है. उनका सर्वे करने की भी मांग की गई है, जिस पर सुनवाई होगी.


3 पहलुओं पर विचार करेगा सुप्रीम कोर्ट


वहीं, ज्ञानवापी परिसर मामला सोमवार को चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली 3 जजों की बेंच के सामने आइटम 35 के तौर पर लगा है. उस दिन विचार के लिए 3 पहलू होंगे.



  • मछलियों के मरने से गंदे हुए वजूखाने के टैंक की सफाई की जो अनुमति सुप्रीम कोर्ट ने दी थी, उस पर अमल हो गया या नहीं.

  • हिंदू पक्ष के मुकदमे के सुनवाई योग्य न होने को लेकर अंजुमन इंतजामिया कमिटी की याचिका.

  • वजूखाने की सील खोल कर उसके भी सर्वे की मांग. शिवलिंग जैसी रचना को नुकसान पहुंचाए बिना उसकी वैज्ञानिक जांच की मांग.


यह कोर्ट पर है कि वह किस क्रम में बातों को सुनेगा. अगर कोर्ट वजूखाने के सर्वे की मांग को सुनना चाहेगा तो इस पर इंतजामिया कमिटी को नोटिस जारी कर जवाब देने को कह सकता है.


तहखाना देखने के लिए लग रही लाइन


जिला अदालत के आदेश के बाद तहखाने में पूजा-अर्चना हो रही है, जिसे देखने के लिए लंबी लाइनें भी लग रही हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर के अधिकारी स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर दर्शन का प्रबंध कर रहे हैं. श्रद्धालुओं में तहखाने में पूजा करने के लिए उत्साह देखने को मिल रहा है. वर्तमान में झांकी दर्शन की व्यवस्था की गई है. श्रद्धालु परिसर की सीमा पर लगाए गए बैरिकेड्स के पास से एक झरोखे (खिड़की) से तहखाने को देख सकते हैं.


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