गुरुग्राम:  गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या का केस बहुत उलझ गया है. आज प्रद्युम्न के पिता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस की जांच पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि इस मर्डर केस में पिंटो परिवार की भी साजिश हो सकती है. बता दें कि सीबीआई ने इस केस में रियान स्कूल के ही 11वीं के छात्र को गिरफ्तार किया है.


प्रद्युम्न परिवार के वकील सुशील टेकरीवाल ने कहा है कि हम आरोपी छात्र के लिए ज्यादा से ज्यादा सजा की मांग करते हैं. उसके साथ एक बालिग की तरह सलूक किया जाना चाहिए और उसे फांसी होनी चाहिए. वकील ने यह भी कहा है कि सीबीआई ने अभी पिंटो परिवार को क्लीन चिट नहीं दी है.



जुविनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश हुआ आरोपी

आज सीबीआई ने आरोपी छात्र को जुविनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने सीबीआई ने पेश किया था. बोर्ड ने आरोपी छात्र को तीन दिन के लिए सीबीआई की कस्टडी में दे दिया है, सीबीआई ने बोर्ड से छह दिन की रिमांड मांगी थी.

बता दें कि अब तक की जांच में हरियाणा पुलिस ये कह रही थी कि कंडक्टर अशोक ने प्रद्युम्न की हत्या की, लेकिन इसी केस की जांच करने वाली सीबीआई ने नया खुलासा ये कि किया कि हत्या स्कूल के ही 11वीं के छात्र ने की है.

कंडक्टर ने प्रद्युम्न को नहीं मारा!

सीबीआई ने दावा किया है कि स्कूल की परीक्षा और पेरेंट्स टीचर मीटिंग यानी पीटीएम को टलवाने के लिए छात्र ने हत्या की वारदात की. सीबीआई की जांच में प्रद्युम्न के साथ यौन दुर्व्यवहार का दावा भी गलत साबित हुआ है. सीबीआई जांच ने हरियाणा पुलिस की जांच और थ्यौरी पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

11वीं के छात्र ने की प्रद्युम्न की हत्या?

सीबीआई ने कहा कि 11वीं के छात्र की गिरफ्तारी वैज्ञानिक तथ्यों और फोरेंसिक जांच के आधार पर की गई है. सीबीआई ने अपनी जांच में सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकार्ड्स और स्कूल के बाकी छात्रों से भी पूछताछ की थी. पुलिस ने इस मामले में इसी स्कूल बस के कंडक्टर अशोक को गिरफ्तार किया था, जिसने हिरासत में अपना गुनाह भी कबूल किया था.

मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है- पिता

बताया जा रहा है आरोपी छात्र ने ही सबसे पहले स्कूल के वॉशरूम में एक बच्चे के खून से लथपथ बच्चे के पड़े होने की जानकारी दी थी. 22 सितंबर को केस को हाथ लेने के बाद सीबीआई ने कई बार इस छात्र से पूछताछ की और कल रात गिरफ्तार कर लिया. आरोपी छात्र के पिता का कहना है कि उनके बेटे को फंसाया जा रहा है.

आरोपी छात्र के पिता ने कहा है, ‘’सीबीआई ने हमारे बेटे को फंसाया है. उस दिन बेटे ने परीक्षा दी थी और उसकी शर्ट पर खून का एक भी दाग किसी को नहीं दिखा.’’

सीबीआई का दावा है कि 11वीं का छात्र पढ़ाई में कमजोर था. साथ ही वो मानसिक तौर पर भी कमजोर था. 11वीं के छात्र की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई के सामने अभी कई सवाल खड़े हैं, जिन्हे सीबीआई को अदालत में साबित करना होगा.

पहला सवाल- अगर आरोपी ने परीक्षा के डर से हत्या की तो फिर उसी दिन हत्या के बाद परीक्षा क्यों दी?

दूसरा सवाल- आरोपी छात्र दिमागी रूप से कमजोर था. सीबीआई आखिर किस आधार पर ये दावा कर रही है?

तीसरा सवाल- क्या आठ सितंबर के आसपास स्कूल में पैरेंट-टीचर मीटिंग तय थी?

चौथा सवाल- क्या वॉशरूम के कमोड में जो चाकू मिला, वो आरोपी छात्र ही लाया था?

सीबीआई ने कहा है कि उसने पूरी जांच पड़ताल के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरुषि हत्याकांड के बाद वो किसी भी तरह की किरकिरी में नहीं फंसना चाहेगी.

गुरुग्राम के रायन स्कूल में 8 सितंबर को प्रद्युम्न की हत्या हुई थी. हरियाणा पुलिस ने उसी रात स्कूल के बस कंडक्टर अशोक को गिरफ्तार कर लिया था. 22 सितंबर को ये केस सीबीआई को सौंपा गया था. सीबीआई की कार्रवाई के बाद हरियाणा पुलिस पर बड़े सवाल उठ रहे हैं.