अहमदाबाद: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात की चुवानी रैली में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया है. राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुद्दों पर बात करने से भाग रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जैसे फिल्म फ्लॉप होती है वैसे ही बीजेपी की विकास यात्रा गुजरात में फ्लॉप हो गई है.


राहुल गांधी ने मोदी को विधानसभा चुनाव के दौरान गुजरात के मुद्दे की बात करने की चुनौती देते हुए कहा, "गुजरात का चुनाव हो रहा है और मोदी जी कभी जापान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान की बात करते हैं. मोदी जी, गुजरात का चुनाव है. थोड़ी गुजरात की बात कर लें."

आपको बता दें कि रविवार को ही पीएम मोदी ने गुजरात चुनाव में पाकिस्तान की साजिश का मुद्दा उठाया था.

पीएम मोदी ने रैली में क्या कहा था?

दरअसल, पीएम मोदी ने रविवार को गुजरात के बनासकांठा की रैली में गुजरात चुनाव को लेकर पाकिस्तान की साजिश का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था, ‘’मणिशंकर अय्यर के घर पाकिस्तान के उच्चायुक्त, पाकिस्तान के पूर्व विदेश सचिव के साथ कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक हुई थी, जिसके अगले ही दिन मणिशंकर अय्यर ने उन्हें नीच कहा.’’

पीएम मोदी ने दावा किया कि उस बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और पूर्व उपराष्ट्रपति भी मौजूद थे. यही नहीं पीएम मोदी ने एक पाकिस्तान जनरल का नाम लेकर कहा है कि वो अहमद पटेल को गुजरात का सीएम बनवाना चाहता है.

कांग्रेस का मोदी पर हमला

इस मुद्दे पर कांग्रेस ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पीएम मोदी की जमकर आलोचना की. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि पीएम मोदी का बयान दिखता है कि वो पहले चरण का चुनाव हार चुके हैं. उन्होंने कहा, "पीएम से शालीनता की उम्मीद की जाती है. ये भारत का दुर्भाग्य है कि पीएम अपने बयानों से में शालीनता गिरा रहे हैं. पहली बार किसी पीएम ने इस तरह से स्तर गिराया है."

कांग्रेस नेता का कहना था कि पूर्व पीएम मनमोहन पर जो आरोप लगाया वो निंदनीय है. मनमोहन सिंह 10 सालों तक पीएम रहे और वो अपनी ज़िम्मेदारी को पीएम मोदी से ज़्यादा समझते हैं.

इसके साथ ही कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर के घर हुई बैठक की जानकारी दी. आनंद शर्मा का कहना था कि वो एक सामाजिक कार्यक्रम था. पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री एक शादी में आए थे उनके सम्मान में भोज दिया गया था. उस कार्यक्रम में कई बड़े नाम शामिल थे. उन्होंने सवाल उठाया कि खाने में जाने के लिए कब से सरकार से अनुमति लेने की ज़रूरत पड़ी.

आपको बता दें कि गुजरात में अंतिम चरण की पोलिंग 14 दिसंबर को हो रही है और कल चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है. ऐसे में दोनों पार्टियों के बीच चुनावी मुहिम में खूब तल्खी देखी जा रही है.