बिहार में एनडीए को 202 सीटों के साथ बंपर बहुमत मिला है, जिसके बाद बीजेपी और जेडीयू के नेताओं के यहां जश्न का माहौल है. इस बीच असम सरकार में कैबिनेट मंत्री अशोक सिंघल ने एक ऐसा पोस्ट किया है, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है.
हिमंत बिस्वा सरमा की सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सिंचाई विभाग मंत्री अशोक सिंघल ने गोभी के खेत की तस्वीर साझा की और लिखा- 'बिहार में गोबी की खेती को मंजूरी.' उनकी इस पोस्ट को 1989 में हुए भागलपुर दंगों से जोड़कर देखा जा रहा है. दरअसल, इस नरसंहार में कई मुसलमानों को मारकर खेत में दफना दिया गया था. जहां बाद में शवों को छिपाने के लिए फूलगोभी के पौधे लगाए थे.
भागलपुर दंगों में एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे. कुछ जांच में पता चलता है कि यह संख्या 2 हजार से ज्यादा हो सकती है. घटना लोगैन गांव में हुई थी. इसमें सामूहिक कब्र में दबे 116 मुसलमानों के शव बरामद किए. इस पोस्ट के कुछ देर बाद असम के मंत्री गृहमंत्री अमित शाह की रणनीति की तारीफ करते नजर आए.
कांग्रेस ने जताया विरोध
लोकसभा में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पोस्ट को शर्मनाक बताया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बिहार चुनाव परिणामों के मद्देनजर असम के एक मौजूदा कैबिनेट मंत्री की तरफ से डाली गई गोभी के खेत की तस्वीर चौंकाने वाला और निम्न स्तर का है. यह अश्लील और शर्मनाक है.
गोगोई ने कहा कि इन मंत्रियों के बॉस मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा इस मानसिकता को बढ़ावा दे रहे हैं. मुख्यमंत्री को भारतीय अल्पसंख्यकों से नफरत है. असम ऐसा नहीं है. असम महापुरुष शंकरदेव, लचित बोरफुकन और अजान पीर की धरती है. अगले साल असम की जनता इन नफरत करने वालों का राज खत्म कर देगी.
किशनगंज MP जावेद भी बीजेपी पर भड़के
बिहार के किशनगंज से कांग्रेस सांसद डॉ. मोहम्मद जावेद ने भी भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'भाजपा/आरएसएस कैडर के पास अपने मूल मतदाताओं को देने के लिए केवल एक ही चीज़ है. मुस्लिम नफ़रत.'
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े ने कहा कि यह पोस्ट "हिंसा भड़काने" वाली है. वकील संजय हेगड़े ने एक्स पर पोस्ट किया, 'यह सांप्रदायिक नरसंहार को उकसाने वाली बात है. आप महोदय मेरे या ज़्यादातर भारतीयों के लिए नहीं बोलते. आप अपनी संवैधानिक शपथ का उल्लंघन कर रहे हैं और आप जिस उच्च पद पर हैं, उसके लायक नहीं हैं.'