हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार में चल रही सरकार बनाने की कवायद के बीच बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमने 46 साल के राजनीतिक जीवन में कभी कोई मंत्री पद नहीं मांगा है, लेकिन कुछ कसक है, उस पर धर्मेंद्र प्रधान से बात करेंगे. उन्होंने ये भी क्लीयर कर दिया कि वह ये नहीं बताएंगे कि कसक किस बात को लेकर है. 

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HAM चीफ ने बताया कि उनके पास बीजेपी के बिहार प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान का फोन आया था. उनसे हमने कहा कि हम दिल्ली आ रहे हैं तो उन्होंने कहा कि आठ बजे मुलाकात होगी. एएनआई से बात करते हुए मांझी ने कहा, 'हम लोग मंत्रिमंडल में आने के लिए कभी भी दबाव नहीं डाले हैं, जो भी विभाग दिया गया है, वो हमने लिया है. MLA की सीट के लिए हमने मांग की थी, बाकी अपने 46 साल के राजनीतिक जीवन में कभी मंत्री पद नहीं मांगा. कुछ कसक है, उस पर हम धर्मेंद्र जी से बात करेंगे. ये हम किसी को नहीं बताएंगे की कसक क्या है.'

उन्होंने कहा कि जब कोई नहीं कह रहा था, तो हमने कहा था कि नीतीश कुमार को चेहरा बनाकर हम लोग काम करें. उस समय कुछ लोग असंतुष्ट थे. हालांकि बाद में सब लोगों ने ये बात बोलनी शुरू कर दी. सब जगहों पर कहा गया कि हमारे अगले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे. जब पहले फेज की वोटिंग हुई और महिलाओं ने बंपर वोटिंग की तो हम लोग आश्वस्त हो गए कि हमारी सरकार बनने वाली है. 

मांझी ने कहा कि हम लोग 160 मानते थे, लेकिन 202 होंगे ये हमें पहले चरण की वोटिंग के बाद समझ गए थे. हमने पार्टी के विधायकों से साफ कहा है कि जो भी मंत्री पद मिलेगा, हम उसी पर काम करेंगे. कोई भी विभाग नहीं माेगेंगे. हमारे मन में कुछ कसक है, उसको उनके सामने रखेंगे. मुख्यमंत्री की बात कहें तो नीतीश कुमार ही हमारे मुख्यमंत्री होंगे, ये पूरी तरह साफ है.   

महागठबंधन को राहुल ने पहुंचाया नुकसान: मांझी 

जीतन राम मांझी ने इस दौरान ये भी बताया कि महागठबंधन को इतनी ज्यादा सीटों पर कैसे नुकसान हुआ. उन्होंने कहा कि महागठबंधन का खेल राहुल गांधी ने बिगाड़ा है. मांझी ने कहा, 'महागठबंधन का खेल राहुल गांधी ने बिगाड़ा. वह जब पहली बार यात्रा करने आए, तब प्रधानमंत्री जी के ऊपर अभद्र टिप्पणी की. उसके बाद फिर 10 दिन घूमकर आए बाहर से तब छठ पूजा को नाटक बता दिया. इसलिए जो लोग हमारे साथ नहीं थे वो भी आ गए.'