Marianne Borgo: गोवा में अपने घर में बंधक बनाए जाने का आरोप लगाने वाली 75 वर्षीय फ्रांसीसी अभिनेत्री मैरिएन बोर्गो ने कहा है कि उन्होंने विवादित मकान को खाली कर दिया है. मैरिएन बोर्गो ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत की पर्यटन-अनुकूल छवि बनाने के प्रयासों के बावजूद वह इन सबसे निराश हैं.


फ्रांसीसी अभिनेत्री ने गुरुवार को कहा कि वह कलंगुट में स्थित विवादित बंगले से निकल रही हैं. कलंगुट शहर गोवा की राजधानी पणजी के नजदीक है और यह पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है. मैरिएन बोर्गो के मुताबिक विवादित संपत्ति के पूर्व मालिक की विधवा पत्नी ने मकान के भीतर उन्हें 11 दिनों तक कैद कर रखा था.


बोर्गो के साथ क्या हुआ था 


मैरिएन बोर्गो ने पिछले हफ्ते आरोप लगाया था कि उन्हें उनके ही घर में बंधक बनाकर रखा गया था. उन्होंने कहा था कि उनकी संपत्ति पर दावा करने वाले लोगों ने बिजली और पानी के कनेक्शन काट दिए थे. मैरिएन बोर्गो ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों के कारण उनका स्वास्थ्य बिगड़ रहा था. बोर्गो ने कहा कि वह बिना नहाए अधिक समय तक नहीं रह सकतीं. 


'यह मोदी के विचारों का भारत नहीं'


फ्रांसीसी अभिनेत्री ने एक बयान जारी करके कहा, "यह मोदी के विचारों का भारत नहीं है. वह सकारात्मक पर्यटन-अनुकूल छवि बनाने के लिए पूरी दुनिया में काम कर रहे हैं, लेकिन हाल की घटनाओं ने मुझे निराश कर दिया है क्योंकि मुझे लगता है कि पर्यटन के क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियां यहां गोवा में राज्य स्तर तक नहीं पहुंच पा रही हैं."


स्थानीय पुलिस ने दावा किया कि वह मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकतीं क्योंकि विवाद अदालत तक पहुंच गया है. मैरिएन बोर्गो ने कहा कि उन्होंने 2008 में फ्रांसिस्को सूसा नाम के एक वकील से बंगले खरीदा था, लेकिन सूसा की कोरोना महामारी के दौरान मौत हो जाने के बाद उनके लिए हालात मुश्किल भरे हो गए. 


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